फाइनेंस कम्पनी की करतूत: आगरा में सवारियों से भरी बस हाइजैक, 5 घंटे बाद मिली झाँसी सीमा में, सभी यात्री सुरक्षित
आगरा के मलपुरा के न्यू दक्षिणी बाईपास स्थित रायभा टोल प्लाजा के पास से एक बस को हाईजैक करने का मामला सामने आया है। बस में 34 सवारियां थी। बस गुरुग्राम से मध्यप्रदेश के पन्ना जा रही थी। गाड़ी सवार कुछ लोगों ने तड़के 4:00 बजे पीछा करके रुकवाया। बदमाशों ने ड्राइवर और कंडक्टर को 300-300 रुपए देकर रास्ते में उतार दिया और बस लेकर चले गए। बस हाइजैक की सूचना मिलने पर पुलिस सक्रिय हुई। करीब 5 घंटे बाद बस आगरा से 233 किमी दूर झांसी जनपद की सीमा में बरामद हुई है। बस को झांसी रोडवेज बस स्टैंड लाया जाएगा। यहां से यात्रियों को उनके गंतव्य तक रवाना किया जाएगा।
ग्वालियर के डबरा के रहने वाले बस कंडक्टर रमेश ने पुलिस को बताया कि, वह बस (यूपी 75 एम 3516) 34 सवारियों को लेकर मंगलवार शाम करीब 5 बजे गुरुग्राम से मध्य प्रदेश के पन्ना में अमानगंज के लिए निकला था। रात करीब साढ़े 10 बजे वह आगरा में दक्षिणी बाइपास के पास रायभा टोल प्लाजा के पास पहुंचे। तभी दो कार में सवार 8-9 लोगों ने खुद को फाइनेंसकर्मी बताकर बस को रुकवाया। ड्राइवर को नीचे उतरने के लिए कहा, लेकिन उसने बस को आगे बढ़ा दिया। इसके बाद कार सवार पीछा करने लगे। मलपुरा में न्यू दक्षिणी बाइपास पर कार सवारों ने ओवरटेक करके बस को रुकवा लिया। बस में चार लोग सवार हो गए और खुद चलाने लगे। बदमाश सैंया से फतेहाबाद होते हुए बस को लखनऊ एक्सप्रेस वे पर ले गए। यहां एक ढाबे पर खाना खाया। कंडक्टर से सवारियों के रुपए वापस कराए और सवारियों समेत फिर बस लेकर चल दिए। ड्राइवर और कंडक्टर को दिल्ली-कानपुर हाईवे पर तीन-तीन सौ रुपए देकर कुबेरपुर के पास छोड़ दिया।
सुबह चार बजे ड्राइवर व कंडक्टर ने मलपुरा थाने पहुंचकर घटना की जानकारी दी। इसके बादपुलिस सक्रिय हुई। आईजी ए सतीश गणेश ने राजस्थान, मध्य प्रदेश के अधिकारियों से भी संपर्क साधा। दिल्ली-कानपुर हाइवे और सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। आशंका जताई गई कि बस दिल्ली की ओर लौटकर गई। इसलिए मथुरा पुलिस को भी अलर्ट किया गया। इसी बीच करीब 11 बजे आगरा पुलिस को सूचना मिली कि बस झांसी जनपद की सीमा में लावारिस हालत में खड़ी मिली है। सभी यात्री सुरक्षित हैं। बस को झांसी ले जाया जा रहा है।
कल्पना ट्रेवल्स की बस जो गुरुग्राम से पन्ना जा रही थी, उसे खुदको श्रीराम फाइनेंस कम्पनी की लोन रिकवरी टीम बताते हुए कुछ लोगों ने रोका और अपने कब्जे में ले लिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आगरा बबलू कुमार के अनुसार फाइनेंस कम्पनी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और घटना की जाँच के लिए टीम गठित कर दी गई है। गंभीर घटनाक्रम को देखते हुए प्रदेश सरकार में अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने इस घटना के बारे में सुबह करीब 10.30 बजे बयान जारी किया कि इस बस को फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों ने अवैध तरीके से कब्जे में लिया था । बस में सवार सभी यात्री सकुशल हैं।
फाइनेंस कंपनियों द्वारा लोन रिकवरी के लिए गुंडई और मारपीट की यह कोई पहली घटना नहीं है, लगभग सारी फाइनेंस कंपनियां इसी तरह के हथकंडे कर्ज़ वसूली के लिए अपनाने लगी हैं। यह कंपनियां जिन चार्टर्ड एकाउंटेंट्स फर्म्स को लोन रिकवरी का कॉन्ट्रैक्ट देती हैं ,वे स्थानीय स्तर पर ऐसे ही अपराधी गुंडे टाइप लोगों से रिकवरी कराते हैं जो इसी प्रकार झगड़ा मारपीट गुण्डई कर के वसूली करते हैं, गाड़ियां छीन कर जबरन सीज कर देना भी इसमें शामिल है। मगर यात्रियों समेत बस का अपहरण एक नए चलन की शुरुआत का संकेत दे रहा है साथ ही दिखा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कितने भी दावे कर लें मगर उत्तर प्रदेश में अपराध और अपराधी दोनों पर लगाम कसना फिलहाल उनके बूते से बाहर है।
क्या बोले एसएसपी? एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि बस को किसी बदमाशों ने नहीं, फाइनेंस कंपनी के कर्मियों ने कब्जे में लिया है। कर्मियों ने कहा था कि वे सवारियों को उनके गंतव्य तक छोड़ेंगे। बस इटावा नंबर की है और इसका मालिक ग्वालियर का है। बस पर कल्पना ट्रैवल्स लिखा है। इस ट्रैवल्स की करीब 60-70 बसें हैं। बस मालिक की मंगलवार को मौत हुई है। वे कोरोना संक्रमित भी थे। इसीलिए परिवार के लोगों से अभी संपर्क नहीं हो पा रहा है। उनसे बात होने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि असली कहानी क्या है। बस मालिक किश्त नहीं चुका पा रहा था। इस मामले में कार्रवाई की जा रही है।
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