चंदेरी: नाबालिग निकला हत्या का आरोपी, छापर नाले के पास मिला था कंकाल


चंदेरी: नाबालिग निकला हत्या का आरोपी, नाले के पास मिला था कंकाल
चंदेरी: थाना चंदेरी को दिनांक 02/08/2020 को ग्राम मीठा खेड़ा के छापर नाले के पास क्षत-विक्षत हालत में पड़े शव कंकाल की सूचना प्राप्त हुई थी। चंदेरी थाना प्रभारी उपेंद्र भाटी ने तत्परता दिखाते हुए उक्त कंकाल को कब्जे में लेकर, कंकाल की पहचान कपड़ों के आधार पर मिथला बाई आदिवासी पुत्री चैनू आदिवासी उम्र लगभग 25 वर्ष के रूप में हुई थी। जिसे मर्ग कायम कर विवेचना में लिया था। मृतिका की मृत्यु का वास्तविक कारण जानने के लिए थाना प्रभारी चंदेरी द्वारा मुखबिर तंत्र तैयार कर जासूसी बैठाई गई। मृतिका की मृत्यु की जांच के दौरान पाया गया कि माखन आदिवासी नामक व्यक्ति उम्र लगभग 17 वर्ष घटना दिनांक से गांव से गायब था। इसी दौरान गांव के दो साक्षियों ने विश्वसनीय जानकारी दी कि माखन पुत्र शंकर आदिवासी ने उन्हें मिथला की हत्या करना बताया था। पुलिस थाना चंदेरी ने संदेही को आरोपी मानते हुए धारा 302 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत किया एवं माखन आदिवासी को तलाश कर ग्राम साजन मऊ से गिरफ्तार कर लिया।आरोपी ने अपना जुर्म कुबूलते हुए बताया की मिथला बाई के साथ अपना नाम जोड़ने के कारण, बदनामी के डर से परेशान होकर उसने नाग पंचमी की रात छापर नाले के पास मिथिला की हत्या कर दी थी।

थाना प्रभारी चंदेरी उपेंद्र भाटी ने बताया कि मृतिका मानसिक रूप से विक्षिप्त प्रवृत्ति की महिला थी। मृतिका के साथ माखन आदिवासी के पूर्व में संबंध होने की जानकारी और बदनामी के डर से आरोपी द्वारा हत्या को अंजाम दिया जाना बताया गया है। संदेह के आधार पर अनुविभागीय अधिकारी चंदेरी की अनुशंसा पर उक्त मृतिका के शव की अस्थियां पुनः उत्खनन कर जांच के लिए भेजा जाना सुनिश्चित किया गया है। उक्त हत्या के खुलासा में SDOP लक्ष्मी सिंह, TI उपेंद्र भाटी, SI मंजू मखेनिया, ASI राम गोपाल वर्मा, आरक्षक दीपक रावत, आरक्षक रामलखन रावत की महत्वपूर्ण भूमिका रही


 

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