कटनी: 10 साल बाद बहोरीबंद पुलिस को मिली सफलता, द्वारकाधीश भगवान की चोरी हुई मूर्ति की बरामद


कटनी: 10 साल बाद बहोरीबंद पुलिस को मिली सफलता, द्वारकाधीश भगवान की चोरी हुई मूर्ति की बरामद
कटनी:  कहते है ना कि ना भगवान के घर देर है अंधेर नही। तभी सालो से बंद हो चुके मामले में सफलता पाते हुए पुलिस ने चोरी की गई भगवान की अष्टधातु की मूर्ति बरामद लर ली है। बाकल क्षेत्र में आने वाला गांव राजा सलैया के मंदिर से, अष्ट धातु से बनी बेशकीमती मूर्ति को फरवरी 2010 में चोरों द्वारा चोरी कर लिया गया था। जिसकी शिकायत बहोरीबंद थाने में दर्ज की गई। शिकायत दर्ज होने के बाद मुकदमा कायम कर पुलिस द्वारा मूर्ति की जानकारी ली जा रही थी। लेकिन उस समय मूर्ति की कोई जानकारी नहीं मिल पाई और पुलिस ने अज्ञात मामला दर्ज कर कटनी न्यायालय में पेश कर दिया। न्यायालय द्वारा मूर्ति चोरी के केस का 2010 में ही खात्मा कर दिया गया। लेकिन जिस क्षेत्र से मूर्ति चोरी हुई थी, सूत्रों द्वारा वहां पर उस मूर्ति को लेकर प्रायः चर्चा चलती रहती थी की विक्रम सिंह लोधी, उम्र 30वर्ष पिता रतन सिंह लोधी, ग्राम चिरई थाना तेजगढ़ जिला दमोह वालो का मूर्ति चोरी के संबंध है। कई बार लोगों की जानकारी के आधार पर पुलिस ने विक्रम के घर पहुंच कर पूछताछ की। लेकिन विक्रम लोधी द्वारा पुलिस को बार-बार गुमराह कर दिया जाता था। पुलिस को दिखाने के लिए विक्रम ने जबलपुर की तिलवारा से अष्टमूर्ति की तरह एक मूर्ति लाकर अपने घर पर रख लिया था और वही दिखा कर पुलिस को हमेशा गुमराह करता रहता था।

लेकिन बाकल के राजा सलैया क्षेत्र के लोगों की शंका प्रायः बनी रहती थी और इस विषय में आए दिन पुलिस से भी लोग संपर्क में बने रहते थे। इसी बीच बहोरीबंद थाना प्रभारी श्रीमती रेखा प्रजापति से भी क्षेत्रीय लोगों ने संपर्क किया। क्षेत्रीय लोगों की बातें सुनते हुए दिनांक 24/08/2020 की शाम को थाना प्रभारी रेखा प्रजापति ने पुलिस अधीक्षक ललित शाक्यवार और स्लीमनाबाद एसडीओपी पीके सरस्वत से विचार विमर्श कर अपने थाने के पुलिस बल की एक टीम तैयार की। जिस पर एएसआई दिनेश चौहान, प्रधान आरक्षक विक्रम सिंह, आरक्षक अतुल श्रीवास्तव, आरक्षक शिव सिंह, आरक्षक कोमल शाह, सहित थाना प्रभारी स्वयं ने आरोपी विक्रम सिंह के घर दबिश दी और शंका के आधार पर विक्रम सिंह को अपने साथ लेकर बहोरीबंद थाने आए। जहां पूछताछ पर पहले तो उसने पुलिस को बहुत ही गुमराह किया, लेकिन बाद में उसने मूर्ति की चोरी करना स्वीकार किया। जिसके बाद वह मूर्ति की जब्ती करवाने के लिए पुलिस के साथ अपने घर वापस गया और घर पहुंच कर विक्रम सिंह ने पुलिस बल को बताया कि उसने अलमारी के अंदर चुराई हुई मूर्त को रखा है। आरोपी के घर से पुलिस ने मूर्ति को जप्त कर इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को देते हुए मूर्ति चोरी करने वाले विक्रम सिंह लोधी के ऊपर कानूनी कार्यवाही करते हुए धारा 457,380 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

 

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