बुन्देलखण्ड के साथ साथ अब विन्ध्य के खेतों में भी बनेंगे तालाब


 
बुन्देलखण्ड में मिली सफलता से उत्साहित सरकार ने विन्ध्य में खेत तालाब योजना को व्यापक तरीके से लागू करने का फैसला किया है, जिससे विन्ध्य क्षेत्र में खेतों में खुदने वाले तालाबों में वर्षा का पानी एकत्र हो सके। इस पानी से खेतों की सिंचाई के साथ-साथ पशुओं के लिए पेयजल भी प्राप्त हो सकेगा। इसके अलावा इन तालाबों के माध्यम से भूजल को रिचार्ज करने में भी मदद मिल सकेगी।
दरअसल, बुन्देलखण्ड में इस योजना के लागू होने के बाद बड़ी संख्या में जगह-जगह खेतों में तालाब खुदवाए गए। इससे वर्षा जल संचयन में बड़ी सफलता मिली। इसके अलावा फसलों की सिंचाई के साथ-साथ भूजल रिचार्ज में इससे काफी मदद मिली। योजना के तहत बुन्देलखण्ड में 20 गुना 22 मीटर लम्बा-चौड़ा और तीन मीटर गहरा तालाब खुदवाने की व्यवस्था है। सरकार इसके लिए खेत के मालिक यानि किसान को बकायदा अनुदान प्रदान करती है।
बता दें कि बुन्देलखंड में एक तालाब की खुदाई की लागत लगभग 1.50 लाख रुपये है। राज्य सरकार इसका 50 प्रतिशत हिस्सा अनुदान के रूप देती है।  ‘खेत का पानी खेत में ’ के मूल मंत्र के आधार पर तैयार यह योजना वहां काफी सफल रही। इसी सफलता को देख कर सरकार ने इसे विन्ध्य में भी कुछ बदलाव के साथ लागू करने की योजना तैयार की है।
सूत्रों के अनुसार संशोधित योजना के तहत विन्ध्य में तालाब के आकार वृद्धि करने के साथ-साथ उसकी गहराई में एक से डेढ़ मीटर की वृद्धि करने का प्रस्ताव है। तकनीकी समिति की मंजूरी के बाद योजना में प्रस्तावित संशोधन कर उसे लागू कर दिया जाएगा।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ