बुंदेलखंड के हटा का किला गोंडवाना के 52 गढ़ों में से एक महत्वपूर्ण गढ़ है। हटा का यह किला अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है और इसे एक तरह का सांस्कृतिक गढ़ भी माना जाता है, इसलिए इसे स्थानीय लोग रंगमहल कहते हैं। यह किला मैदानी किले के रूप में भी जाना जाता है। राजा संग्राम शाह ने इस किले को अपने संगीत के लगाव के कारण बनवाया था।
गोंडवाना के राजे रजवाड़ों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम इसी किले में होते थे। इस किले में हर शुक्रवार को कोई ना कोई रंगारंग कार्यक्रम राज परिवार के लिए आयोजित होता था, जिसमें गोंडवाना के विभिन्न हिस्सों से उम्दा कलाकार अपनी कला, संगीत नृत्य का प्रदर्शन करने के लिए भाग लेते थे। राजा संग्राम शाह और रानियां उन्हें इनाम के रूप में ढेर सारे स्वर्ण आभूषण और वस्त्र प्रदान करते थे।
इस किले के बारे में बहुत कम लोगों को पता होगा कि राजा हृदय शाह ने इस किले को मुगलों को दान में दे दिया था, जिससे केंद्रीय गोंडवाना को सुरक्षित रखा जा सके।
राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने इस महल को कोई तवज्जो नहीं दी। लंबे समय से उपेक्षित इस रंगमहल को अब केंद्र सरकार का पर्यटन मंत्रालय संभालने जा रहा है। बता दें कि करीब 2 करोड़ 71 लाख रुपए की लागत से महल का जीर्णोद्धार कराया जाएगा। इस किले की बाहरी दीवारें टूट चुकी हैं, लेकिन किले का अंदर का हिस्सा सुरक्षित और काफी अच्छी स्थिति में है।
महल पर अतिक्रमण हो रहा है और यह किले को भविष्य में नष्ट कर सकता है। भारतीय पुरातत्व विभाग के एसआई राहुल तिवारी ने बताया कि राशि स्वीकृत हो गई है। साथ ही टेंडर प्रक्रिया पर काम चल रहा है। जल्द ही जीर्णोद्धार के लिए कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
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