चित्रकूट के देवी पंडाल में स्थापित की जाएंगी छोटी मूर्तियां और मैदान होंगे बड़े

 

चित्रकूट के देवी पंडाल में छोटी मूर्तियां स्थापित की जाएंगी और मैदान बड़े होंगे, ताकि लोगों के बीच शारीरिक दूरी रहे। किसी भी चौराहे या सड़क पर कोई मूर्ति या ताजिया की स्थापना नहीं होगी। जिलाधिकारी शेषमणि पांडेय ने कहा कि जिले में नवरात्रि, दशहरा, बारावफात, दीपावली, छठ पूजा, कार्तिक पूर्णिमा व क्रिसमस आदि पर्व कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए ही मनाए जाएंगे। पांच दिवसीय दीपावली मेला को लेकर जल्द ही मध्य प्रदेश प्रशासन व साधु-संतों के साथ बैठक होगी। 
शासन से जो गाइड लाइन दी गई है उसी के अनुसार अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा। ये हैं प्रमुख निर्देश:
कंटेनमेंट जोन में आयोजन नहीं कंटेनमेंट जोन में किसी भी त्योहार या अन्य गतिविधियों की अनुमति नहीं है। कोविड-19 से बचने के उपाय से संबंधित पोस्टर, बैनर लगाए जाएं तथा ऑडियो विजुअल के माध्यम से प्रचार-प्रसार भी कराया जाए।
बुजुर्ग व बच्चे घर में रहें
65 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग, गंभीर रोगों से ग्रसित, गर्भवती महिलाओं व दस वर्ष से कम उम्र के बच्चों को घर पर सुरक्षित रहें। किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होना चाहिए। आरोग्य सेतु ऐप का प्रयोग सभी लोग करें।
200 लोग देख सकेंगे रामलीला
रामलीला व दशहरा किसी भी बंद स्थान, हाल कमरे में मनाने पर निर्धारित क्षमता का 50 प्रतिशत और अधिकतम 200 व्यक्ति ही शामिल हो सकते हैं। खुले स्थान व मैदान पर ऐसे स्थानों के क्षेत्रफल के अनुसार महामारी के बचाव संबंधी व्यवस्था के साथ आयोजन होगा।
शपथ पत्र से मिलेगी अनुमति
विभिन्न बिदुओं पर आयोजकों को शपथ पत्र देने पर ही अनुमति मिलेगी। बिना अनुमति के कोई भी आयोजन नहीं होगा। आयोजक को कार्यक्रम स्थल पर एक आइसोलेट कक्ष की भी व्यवस्था करनी होगी।
बैठक में कामदगिरि प्रमुख द्वार के संत मदनगोपाल दास, दिगंबर अखाड़ा के महंत दिव्यजीवन दास, निर्मोही अखाड़ा के संत दीनदयाल दास, भरत मिलाप के महंत राम मनोहर दास, खाकी अखाड़ा के महंत रामजन्म दास, निर्वाणी अखाड़ा के महंत सत्य प्रकाश दास, मतगजेंद्र नाथ के पुजारी प्रदीप तिवारी, सीडीओ अमित आसेरी, एडीएम जीपी सिंह व एएसपी प्रकाश स्वरूप पांडेय मौजूद रहे।

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