पं बाबूराम चतुर्वेदी स्टेडियम - भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता जा रहा छतरपुर का एकमात्र स्टेडियम, अकूत संपत्ति का मालिक स्वयं बहा रहा अवव्यवस्था के आँशु ।



छतरपुर नगर के बीचोंबीच बना एकमात्र खेलमैदान, सैकड़ों दुकानों के लाखों रुपये किराए के बाबजूद न तो अब वह रनिंग ट्रेक हैं न फुटबाल का बैसा ग्राउंड, खाली स्विमिंग पूल आजतक पानी से प्यासा हैं टेबल टेनिस और बैडमिंटन कोर्ट में बड़े लोगों का कब्जा हैं, जूडो हाल जूडो छोड़ अन्य कार्यो से व्यस्त हैं । शाम होते ही जंहा के पवैलियन में महफिलें आबाद हो जातीं है और पो फटने पर कांच की टूटी बोतलें, गुटखे और पानी के पाउच, चखने की गंदगी पसरी मिलती हैं इसके बाद भी बस कहने को खेल मैदान है जिसपर हम छतरपुर वालों को नाज़ हैं ।

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