हाल ही में मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा नगर निगम में बन रहे आईसीसीसी का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने निर्देश दिए कि 31 दिसंबर 2020 तक हर हाल में कार्य संपन्न किया जाए। साथ ही झांसी की रानी के समय के दस दरवाजों का जीर्णोद्धार कराया जाए, ताकि वे पहले की तरह ही दिखे।
बता दें कि स्मार्ट सिटी के तहत नगर निगम में बनाए जा रहे इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का औचक निरीक्षण किया। डाटा सेंटर देखा और सेंटर में एकल द्वार बनाए जाने के निर्देश दिए। एक आपातकालीन द्वार की भी व्यवस्था करने को कहा ताकि विशेष परिस्थितियों में इसका उपयोग किया जा सके।
उन्होंने कहा कि इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में बनने वाले मीटिंग व वेटिंग हॉल में बुंदेलखंड की संस्कृति को दर्शाते हुए इसका इंटीरियर डिजाइन किया जाए। मीटिंग हाल एकदम से बुंदेलखंड की कला व संस्कृति (कल्चर) के अनुरूप तैयार हो। साथ ही निर्देश दिए कि झांसी के 10 हेरिटेज गेट को सुरक्षित किए जाए तथा अपने पुराने वैभव के साथ उसका पुनरुद्धार करते हुए उन्हें पुनर्जीवित किया जाए, ताकि दुनिया झांसी के गौरवशाली इतिहास को जान सके।
साथ ही उन्होंने कहा कि किले की तलहटी में बनी बाउंड्री वॉल को चित्रकारी के माध्यम से तैयार किया जाए। उन्होंने किले की तलहटी में पार्क व लैंडस्कैपिंग कार्य को जल्द प्रारंभ करने हेतु टेंडर जारी करने तथा महारानी लक्ष्मीबाई किले के लिए एडवांस लाइट साउंड सिस्टम लगाए जाने व दूधिया रोशनी से जगमग करने के निर्देश दिए।
मंडलायुक्त ने झांसी के साथ ही अन्य पर्यटन स्थलों पर सोलर लाइट लगाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्मार्ट सिटी के अंतर्गत लगभग 927 करोड़ के 63 कार्यों की डीपीआर बनाकर टेंडर प्रक्रिया पूरी करते हुए वर्क ऑर्डर जारी करने के निर्देश दिए, ताकि कार्य समय से पूर्ण हो सके। इस मौके पर अपर नगर आयुक्त शादाब असलम, मुख्य अभियंता लक्ष्मी नारायण सिंह, स्मार्ट सिटी नोडल अनिल कुमार शर्मा, सहित एजेंसी के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
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