झांसी जिले में प्याज की बिक्री में जबरदस्त मुनाफाखोरी चल रही है। शहर के बीचों बीच स्थित मंडी में प्याज 20 से 30 रुपये किलो बिक रहा है। लेकिन इसके बिल्कुल विपरीत मंडी के बाहर ठेले तथा फुटकर व्यापारी सीधे दोगुने यानि 60 रुपये किलो में प्याज बेच रहे हैं। चूंकि, हर कोई मंडी प्याज खरीदने के लिए नहीं जा पाता है। ऐसे में लोग महंगे प्याज खरीदने में मजबूर हैं।
बता दें कि झांसी में नासिक समेत महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों से प्याज आता है। महाराष्ट्र में भारी बारिश के चलते प्याज की काफी फसल खराब हो गई है। ऐसे में देश भर में प्याज के दामों में इजाफा हुआ है। इसके पीछे का एक बड़ा कारण जमाखोरी भी है। ऐसे में शुक्रवार को केंद्र सरकार ने प्याज के नियंत्रण के लिए भंडारण सीमा तय कर दी है। वहीं, झांसी में आवक ज्यादा प्रभावित नहीं हुई है, इसके बावजूद प्याज के दाम आसमान छूने लगे हैं।
जिले भर में मंडी परिसर के बाहर जगह-जगह 60 रुपये किलो प्याज बिक रहा है, लेकिन मंडी परिसर के अंदर यह 22 से 30 रुपये किलो में ही मिल रहा है। अच्छी प्याज की कीमत अधिकतम 35 रुपये है। इससे स्पष्ट है कि प्याज की बिक्री में फुटकर दुकानदार जबरदस्त मुनाफाखोरी कर रहे हैं।
उपरोक्त विषय पर मंडी सचिव पंकज शर्मा ने कहा कि मंडी में प्याज सस्ती दरों पर ही बिक रहा है। कोई भी व्यक्ति मंडी आकर 22 से 35 रुपये किलो में प्याज खरीद सकता है। झांसी में किसी भी तरह के प्याज की जमाखोरी नहीं हो रही है।
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