ललितपुर में तय रोस्टर के मुताबिक बिजली आपूर्ति न मिलने से नाराज बुंदेलखंड किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को विद्युत विभाग के खंडीय कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इस मौके पर मौजूद वक्ताओं ने कहा कि बिजली नहीं सिर्फ बिल आ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि दो लाख का बिल भेजा जाता है और पचास हजार रुपये सुविधा शुल्क लेकर उसे कम कर दिया जाता है। किसान यूनियन ने मुख्यमंत्री से कृषकों को रोस्टर के मुताबिक बिजली मुहैया कराए जाने की मांग की है। भरपूर बिजली न मिलने से रबी की फसल का पलेवा नहीं हो पा रहा है।
बुंदेलखंड किसान यूनियन ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को देते हुए बताया कि जनपद के किसान पहले से ही आपदाओं के शिकार हैं। ओलावृष्टि, पीला मोजेक रोग व अतिवृष्टिकी मार से फसलें चौपट हो जाती हैं, इसके बाद किसानों को अब बिजली विभाग के अफसरों द्वारा परेशान किया जा रहा है।
ग्राम कल्यानपुरा, हरपुरा, झरकौन, हंसारा, रघुनाथपुरा, जिजयावन, अनौरा, तालगांव, मिर्चवारा, मसौरा, टपरियन आदि गांवों को रबी की फसल की बुवाई का समय आते ही मात्र सात से आठ घंटे ही बिजली दी जा रही है, जिससे सिंचाई होना असंभव है। कभी दो फेस पर तो कभी फॉल्ट के नाम पर घंटों बिजली गुल बनी रहती है। किसान यूूनियन ने मुख्यमंत्री से जनपद के किसानों को सिंचाई के लिए रोस्टर के अनुसार समुचित बिजली मुहैया कराये जाने की मांग की है।
इसके बाद बुंदेलखंड किसान यूनियन के कार्यकर्ता इलाइट चौराहा स्थित विद्युत विभाग के खंडीय कार्यालय द्वितीय में पहुंचे और समुचित बिजली आपूर्ति न मिलने के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। खंडीय कार्यालय में अधिकारी के नहीं होने पर फोन पर यूूनियन के जिलाध्यक्ष विश्वनाथ यादव ने अधिशासी अभियंता से फोन पर बात कर आरोप लगाते हुए बताया कि किसानों के दो लाख के बिल पचास हजार सुविधा शुल्क लेकर सिर्फ पचास हजार कर दिए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र ही बिजली व्यवस्था नहीं सुधरी तो वह आंदोलन करने को बाध्य हो जाएंगे। इस मौके पर शेर सिंह यादव, जगदीश कुशवाहा, कृपाल, हरीराम, अनिल अग्रवाल, रामरतन, खुशीलाल, नरेश पाठक, रामपाल, रामस्वरुप, रामजीवन, श्रीपत, सुरेंद्र, नन्नेराजा, मनोहर सिंह, मुलायम सिंह, फौजी उपस्थित रहे।
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