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Union Budget 2021: एक अंग्रेज के बजट पेश करने से लेकर अब तक, कैसा रहा आम बजट का इतिहास

Union Budget Latest News: हर साल पेश होने वाले आम बजट की अपनी-अपनी खूबियां और कमियां होती हैं. 5 साल पहले तक आम बजट को फरवरी के आखिरी वर्किंग डे पर पेश किया जाता था. लेकिन, साल 2017 के आम बजट में न सिर्फ बजट पेश करने का दिन बदला गया साथ रेल बजट का भी अनावरण किया गया. हर बार देश की केंद्रीय वित्त मंत्री बजट पेश करते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं देश का पहला बजट किसी हिंदुस्तानी नहीं ब्लकि एक अंग्रेज ने पेश किया था.


भारत का पहला बजट जेम्स विल्सन ने 18 फरवरी 1869 को पेश किया था. भारत के इतिहास में कुछ ऐसे भी ऐतिहासिक बजट रहे हैं जो कुछ नहीं व्यवस्थों की वजह से आज भी याद किए जाते हैं. इन यादगार बजट से देश की अर्थविव्यस्था का बेहतर निर्माण और विकास हुआ. साल 1947 में आजाद भारत का पहला बजट पेश किया गया था. देश के पहले वित्त मंत्री Sri R.K. Shanmukham Chetty ने स्वतंत्र भारत का पहला बजट पेश करते हुए 197.39 करोड़ रुपए के कुल व्यय का 46 फीसदी देश के रक्षा विभाग के लिए जारी किया था.

इस बजट को कई माइनों में बुनियादी और दूरगामी परिणामों वाला माना गया था. इसके बाद साल 1951 में गणतांत्रिक भारत का पहला बजट पेश किया गया था. जिसे John Matthai ने पेश किया था. ये बजट कई मायनों में महत्तवपूर्ण था. क्योकिं यहां से योजना आयोग की स्थापना का रोड मैप तैयार हुआ. भारत के तमाम संसाधनों का आकलन कर उनके सर्वोत्तम इस्तेमाल के बारे में पुरी नीति तैयार करने के मक्सद से योजना आयोग बनाया जाना था. जिसके पहले अध्यक्ष जवाहरलाल नेहरू बने थे.

साल 1968 को मोरारजी देसाई के द्वारा पैश किया गया बजट भी काफी खास था. इस बजट को जनता के बजट के रूप में काफी शौहरत मिली. इस बजट में पहली बार सभी मैन्युफैक्चरर के लिए सेल्फ असेसमेंट का सिस्टम पेश किया गया. इस बजट ने ही Spouse अलाउंस को खत्म किया. जो पति और पत्नी दोनों ही टैक्स बचाने के लिए इस्तेमाल करते थे. साल 1991 का बजट भी भारत के लिए खास रहा. डॉ मनमोहन सिंह ने इस बेहद महत्वपूर्ण बजट को पेश करते हुए कई तरह की नई और अहम व्यवस्था दी. P. V. Narasimha Rao की सरकार में आए इस बजट के बाद भारत में ग्लोबलाइजेशन की शुरूआत हुई. इस बजट के बाद भारत में एक्सपोर्ट को बढ़ावा मिला.

साल 2000 में पेश किया गया भारत का 'मिलेनियम बजट' भी कई नई व्यवस्थाओं को लेकर जानना जाता हैं. तत्कालीन वित्त मंत्री Yashwant Sinha ने बजट को पेश किया था. इस बजट को भारत के लिए इसीलिए भी बेहद खास माना जाता हैं क्योकिं यहां से भारत के सॉफ्टवेयर और IT Hub के उभरने का सिलसिला शुरू हुआ. ये बजट सोफ्टवेयर के एक्सपोर्ट की शुरूआत होने के तौर पर भी जाना जाता हैं. 




(साभार: जी बिज़नेस)

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