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कौन हैं वो, जो पर्दे के पीछे से नियंत्रित करते कानपुर-बुंदेलखंड का पूरा चुनाव

 

भाजपा के पास विस्तारकों की ऐसी फौज है जो बिना सामने आए, पर्दे के पीछे से पूरे चुनाव को नियंत्रित करती है। कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र की सभी 52 विस में ऐसे 52 योद्धा हैं। ये पार्टी की मंडल-बूथ स्तर की बैठकों के स्थान, समय आदि की योजना बनाते हैं। संगठन की संरचना पर बारीकी से नजर रखते हैं। कमियों को दूर करने की इन पर जिम्मेदारी होती है।

यह होती है जिम्मेदारी : भारतीय जनता पार्टी हर विस चुनाव में विस्तारकों का चयन कर उन्हें ट्रेनिंग देती है। इस बार अगस्त 2021 में विस्तारकों को उनकी जिम्मेदारियां सौंपी गईं। इनके प्रमुख कार्यों में संगठन की संरचना पर ध्यान रखना है। ये बूथ पदाधिकारियों के गठन, पन्ना प्रमुखों की नियुक्ति पर नजर रखते हैं। जहां संरचना पूरी नहीं है, उसे पूरा करते हैं। इसके अलावा विस क्षेत्र में रोज पांच बूथ में घूमना भी इनके लक्ष्य में शामिल है। रोज 50 लोगों से विस क्षेत्र में बात करते हैं। इन सभी से लिए गए फीड बैक के आधार पर ही वे यह तैयार करते हैं कि कहां बैठक किए जाने की जरूरत है। इसके आधार पर बैठकों की योजना तैयार होती है

रोज 260 बूथों का भ्रमण, ढाई हजार लोगों से बात : पूरे कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र में 52 विस्तारक हैं जो रोज 260 बूथों में भ्रमण करते हैं। 2,600 लोगों से फोन पर बात कर फीडबैक लिया जाता है। पूरे 52 विस क्षेत्र से विस्तारकों के कार्यों का फीड बैक लेने के लिए क्षेत्र स्तर पर विस्तारक योजना प्रभारी के रूप में मानवेंद्र सिंह को जिम्मेदारी दी गई है, वहीं क्षेत्रीय मंत्री संजीव उपाध्याय को विस्तारक योजना संयोजक बनाया गया है।

हर बूथ में दो बार घूम चुके हैं विस्तारक : संजीव उपाध्याय बताते हैं कि विस्तारकों का मुख्य लक्ष्य बूथ है। इसके लिए व्हाट््सएप ग्रुप बनाए गए हैं। ये पन्ना प्रमुखों की बैठकें भी करा रहे हैं। कार्य को विकेंद्रीकरण करने के लिए कमिश्नरी स्तर पर पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। अब तक विस्तारक दो बार हर बूथ में भ्रमण कर चुके हैं।


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