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गरीब दुकानदारों पर चला बुलडोजर, कई लोगों के प्रतिष्ठान उजाड़े

 

जनपद बाँदा के अतर्रा कस्बे में मंगलवार को अतिक्रमण हटाने के नाम पर गरीब दुकानदारों के प्रतिष्ठानों में और दुकानों में बुलडोजर चलाया गया। इस दौरान प्रशासन व व्यापारियों के बीच जमकर नोकझोंक हुई। आक्रोशित व्यापारियों ने एसडीएम की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह  लगाते हुए निंदा प्रस्ताव पारित किया।उल्लेखनीय है कि बीते 24मार्च को थाना परिसर में नगर के अतिक्रमण हटाये जाने को लेकर एसडीएम अतर्रा विजय प्रकाश तिवारी,सीओ अतर्रा अंबुजा त्रिवेदी व अधिशासी अधिकारी अतर्रा नगर पालिका राम सिंह के बीच नगर के उद्योग व्यापार मंडल पदाधिकारियों व व्यापारियों के बीच बैठक हुई थी।

जिसमें आमराय से सहमति बनी थी कि मुख्य मार्ग बांदा व बदौसा रोड में सड़क के मध्य से दोनों ओर 30फिट व नरैनी,स्टेशन रोड में 20फिट अतिक्रमण खाली कराया जाएगा। इसके बाद पालिका प्रशासन व एन एच कर्मचारियों के सयुंक्त अभियान में चिन्हाकन करते हुए प्रचार प्रसार भी किया गया। जिसके बाद व्यापारियों ने उक्त निर्धारण के बाद अपना अस्थाई अतिक्रमण स्वयं हटा लिया था,लेकिन मंगलवार को एसडीएम की अगुवाई में बांदा रोड स्थित केन नहर से अतिक्रमण हटाने का अभियान बुलडोजर व पालिका व पुलिस फोर्स को लेकर शुरू किया गया

जहां पूर्व निर्धारण को दर किनार करते हुए एसडीएम ने अपनी हठधर्मिता के चलते कई लोगों के प्रतिष्ठानों को पूरी तरह से गिरा दिया।जब व्यापार मंडल के पदाधिकारी व कुछ मीडिया के लोग एसडीएम से निर्धारित किये गए मानक पर गिराए जाने की बात कही। तो उन्होंने किसी की बात को न सुनते हुए हिरासत में लेने की धमकी दिया और कई लोगों से अभद्रता भी किया। एसडीएम की तानाशाही व कार्य व्यवहार के चलते उद्योग व्यापार मंडल अतर्रा अध्यक्ष उमाशंकर गुप्ता व युवा व्यापार मंडल अध्यक्ष अवधेश गुप्ता की अगुवाई में व्यापारियों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए निंदा प्रस्ताव पारित किया।

व्यापारियों का कहना है कि जब स्थानीय प्रशासन को अपने मन मुताबिक अतिक्रमण हटाना था तो बीते पांच दिन पहले थाना परिसर में बैठक करने की जरूरत क्या थी। उन्होंने एकराय बनाते हुए यह भी निर्णय लिया कि मौजूदा एसडीएम के हटने तक किसी भी तरह की बैठक में भाग नही लेंगे। उधर उप जिलाधिकारी विजय प्रकाश तिवारी का कहना है कि अतिक्रमण हटाने के दौरान किसी के साथ भेदभाव नहीं किया गया है। अगर किसी ने दोबारा अतिक्रमण किया तो उसके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई होगी और यह अभियान नियमित जारी रहेगा।


साभार- बुंदेलखंड न्यूज़



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