शिवपुरी में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने महाराणा प्रताप की जयंती पर वीरगाथा व अभा कवि सम्मेलन का आयोजन किया। महाराणा प्रताप चौक शिवपुरी पर हुए आयोजन में राष्ट्रीय कवियों ने महाराणा प्रताप पर एक से बढ़कर एक कविताएं सुनाईं।
शिवपुरी में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने महाराणा प्रताप की जयंती पर वीरगाथा व अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया। महाराणा प्रताप चौक शिवपुरी पर हुए आयोजन में राष्ट्रीय कवियों ने महाराणा प्रताप पर आधारित रचना सुना सभी को मंत्र मुग्ध किया।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर पुष्पमाला अर्पित कर दीप प्रज्वलन किया गया। मुख्य अतिथि शिवपुरी कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह व पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने शुभारंभ किया। क्षत्रिय महासभा के पूर्व अध्यक्ष हरबीर सिंह चौहान द्वारा हल्दी घाटी से लाई गई मिट्टी को प्रतिमा पर स्थापित किया गया।
कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह ने महाराणा प्रताप का स्मरण किया और लोहापीटा समाज के लिए कार्य करने का आश्वासन दिया। शिवपुरी पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने कहा कि ऐसे आयोजन से न सिर्फ अमर बलिदानियों का स्मरण होता है बल्कि उनके जीवन चरित्र से प्रेरणा भी मिलती है।
कार्यक्रम में पधारे प्रो. दिग्विजय सिंह सिकरवार ने कहा कि महाराणा प्रताप ने अपने राज्य की एक-एक जाति को इतना सम्मान दिया, उनसे अपना नाता जोड़ा, उनके साथ रहे, उनके साथ जिए, जूझे तब कहीं जाकर भारत गौरवशाली बना है। इतिहास के इन पन्नों से आज सीखने की जरूरत है। महाराणा प्रताप के स्वाभिमान से भरे जीवन ने आजादी के आंदोलन में स्वतंत्रता सेनानियों को मातृभूमि की रक्षा की खातिर अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देने की प्रेरणा देने का काम किया है।
क्षत्रिय समाज के युवा अध्यक्ष लोकेन्द्र सिंह परमार, उपेन्द्र सिंह अन्नू तोमर की युवा टीम द्वारा अथितियों एवं कवियों का स्वागत पीत वस्त्र पहनाकर किया। अखिल भारतीय क्षत्रीय समाज के जिला अध्यक्ष एसके एस चौहान महासचिव गजेन्द्र सिंह सोलंकी, संरक्षक शिव प्रताप सिंह कुशवाह द्वारा अतिथि कलेक्टर शिवपुरी एवं पुलिस अधीक्षक को शॉल श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया। लोहपीटा समाज के रामचरण, चतुर्भुज, सिंदधी, कमला सहित अथितियों द्वारा समाज के प्रतिभाभान एवं उत्कृष्ट सेवा करने बाले बृजेश तोमर, अंगद सिंह तोमर, दिग्विजय सिंह सिकरवार, अभिजीत सिंह सेंगर, शंशाक सेंगर, भूपेन्द्र सिंह राजावत, कुमारी पलक तोमर, कुमारी निक्की तोमर सहित पधारे हुए कवि, गौरव चौहान इटावा, अनिल तेजस्व टीकमगढ़, डॉ. एचपी जैन, जय पाल जाठ, आशीष पटेरिया, आशुतोष शर्मा एवं राज कुमार चौहान का सम्मान किया गया।
ओज कवि आशुतोष शर्मा के संचालन में कवि सम्मेलन आरंभ हुआ, जिसमें जतारा टीकामगढ़ से आए ओज के राष्ट्रीय स्वर अनिल तेजस्व ने अंतिम सांसों तक जिसने न अकबर को स्वीकार किया... घास की रोटी खाकर भी भारत माता से प्यार किया... राणा केवल मेवाड़ी न केवल राजस्थानी था वो फौलादी योद्धा यारो राजा हिंदुस्तानी था...। सुना सभी को मंत्रमुग्ध किया। इसी क्रम में दूसरे राष्ट्रीय स्वर लपेटे में नेताजी फेम से प्रसिद्ध हुए गौरव चौहान ने महाराणा प्रताप पर केंद्रित कविता ‘गिरा जहां पर खून वहां का पत्थर-पत्थर ज़िंदा है, जिस्म नहीं है मगर नाम का अक्षर-अक्षर ज़िंदा है, जीवन में यह अमर कहानी अक्षर-अक्षर गढ़ लेना, शौर्य कभी सो जाए तो राणा प्रताप को पढ़ लेना…’ सुना सभी की तालिया बटौरी। देर रात तक चले कवि सम्मेलन में डॉ. एच पी जैन, आशीष पटेरिया, आशुतोष ओज, राजकुमार चौहान और जयपाल जाट, मीत सिसोदिया ने भी अपनी कविता सुना सभी का मन जीता। संचालन बीआरसीसी अंगद सिंह तोमर द्वारा किया गया। क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष एसकेएस चौहान ने आभार माना।
साभार- अमर उजाला
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