आजकल फेसबुक व्हाट्सएप और वीडियो कॉल के जरिए युवतियां युवाओं को अपने जाल में फंसाती हैं और फिर उन्हें ब्लैकमेल करके लाखों रुपए वसूल लेती हैं ।लेकिन एक युवती के जाल में वीडियो कॉल के जरिए बांदा का एक पुलिसकर्मी फंस गया। जिसने नौकरी गंवाने और जेल जाने के भय से 70000 रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। बाद में जब उसे एहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हुआ है। तो उसने कोतवाली में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
भुक्तभोगी सिपाही भानु प्रताप पुत्र हरचरण निवासी ग्राम व पोस्ट पंडवाहा थाना टोडी फतेहपुर जिला झांसी ने कोतवाली बांदा में दी गई तहरीर में बताया कि 10 जुलाई को मेरे मोबाइल नंबर 7557856132 से व्हाट्सएप वीडियो कॉल आया जिसमें वीडियो कॉल प्रारंभ होते ही सामने एक नग्न लड़की बैठी थी। इस लड़की ने मुझसे कपड़े उतारने के लिए कहा लेकिन न तो मैंने कोई अभद्र भाषा और कोई टिप्पणी की और न ही मैंने कपड़े उतारे। जबकि वह मुझे बाथरूम में जाकर अश्लील हरकतें करने के लिए मजबूर करती रही पर मैं उसकी बातों में नहीं आया।
इसके बाद 12 जुलाई को पुनः मोबाइल नंबर 7381782281 से विक्रम राठौर नाम के व्यक्ति द्वारा कॉल किया गया। उसने बताया कि वह साइबर सेल दिल्ली का प्रभारी इंस्पेक्टर है। उसने यह भी बताया कि तुम्हारे खिलाफ एक लड़की ने शिकायत की है। तुमने उसकी वीडियो बना ली है। अगर तुम वीडियो यूट्यूब पर अपलोड नहीं करना चाहते हो तो मोबाइल नंबर 8723819648 राहुल कुमार यूट्यूब ब्रांच नोएडा पर कॉल करके अपनी वीडियो डिलीट करा सकते हो। उक्त नंबर पर कॉल करने पर मुझसे ब्लैकमेल करके वीडियो डिलीट करने के नाम पर अलग-अलग दो खातों में 75000 रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करने को कहा गया।
मैंने किसी बवाल में फंसने, नौकरी बचाने और जेल जाने के भय से अपने खाते से 75000 रुपए ट्रांसफर कर दिए। हनी ट्रैप का शिकार हुए सिपाही को जब इस बात का एहसास हुआ कि वह ठगी शिकार हुआ है। इसलिए उसने कोतवाली बांदा में इस प्रकरण में तहरीर देकर मुकदमा पंजीकृत करा दिया है। इस बारे में कोतवाली प्रभारी द्वारा बताया गया कि कांस्टेबल की शिकायत पर धारा 420 व 67 आईटी एक्ट के तहत 4 मोबाइल नंबरों के खाताधारकों नाम पता अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है। पूरे मामले की जांच की जा रही है ।
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