सागर. सर्दियों में मोतियाबिंद के ऑपरेशन बड़ी संख्या में होते हैं। मेडिकल कालेज के नेत्र रोग विभाग में भी मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। 50 फीसदी से ज्यादा मरीजों को वेटिंग दी जा रही है। यहां पर प्रतिदिन औसतन 20 मरीज मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन एक दिन में मात्र 8 से 10 ऑपरेशन ही सर्जन कर पा रहे हैं।
बीएमसी में दो ऑप्थेलमिक माइक्रोस्कोप हैं, लेकिन इनमें से एक खराब पड़ी है। बताया जाता है कि पिछले साल नवम्बर में एक नई माइक्रोस्कोप मशीन आई थी। उसके कुछ दिन बाद ही पुरानी मशीन खराब हो गई। उसे प्रबंधन अभी तक नहीं सुधरवा सका है।
-चित्रकूट अनंतपुर जाने मजबूर मरीज
वेटिंग की वजह से नेत्र रोगी ऑपरेशन कराने के लिए चित्रकूट, अनंतपुर जा रहे हैं। सर्दी का सीजन मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए सही माना जाता है। बीएमसी में सुविधाएं होने के बाद भी पर्याप्त संख्या में ऑपरेशन न होने से मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है।
-85 लाख रुपए की है मशीन, 13 लाख आना है खर्च
ऑप्थेलमिक माइक्रोस्कोप मशीन काफी मंहगी है। एक मशीन की कीमत 85 लाख रुपए है। बंद मशीन को रिपेयर कराने में 13 लाख रुपए का खर्च आना है। हाइट्स कंपनी ने मशीन की जांच की है, जिसमें मरम्मत पर होने वाले खर्च का स्टीमेट प्रबंधन को दिया है। बताया जाता है कि बजट न होने के कारण मशीन चालू नहीं हो पाई है।
0 टिप्पणियाँ