पन्ना। पन्ना टाइगर रिजर्व के एक बीमार बाघ को कुत्ते के काटने के कारण कैनाइन डिस्टैंपर बायरस से बाघ के मौत की पुष्टि हुई थी। इसके बाद से बाघों की सुरक्षा को लेकर टाइगर रिजर्व की सीमा से लगे गांवों में आवारा व पालतू कुत्तों का टीकारण किया जा रहा है। इसी के तहत इससाल भी टीकाकरण के लिए और उसके एक माह बाद बूस्टर डोज लगाने का निर्णय किया गया है।
पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघ पुनर्स्थापना योजना के तहत बाघों की सुरक्षा के दृष्टिगत पार्क परिधि के ग्रामों के कुत्तों में कैनाइन डिस्टैम्पर व अन्य सात बीमारियों की रोकथाम के लिए टीकाकरण किया जाएगा। द्वितीय चरण में 27 जनवरी से 25 फरवरी तक 22 ग्रामों में टीकाकरण होगा। 27 जनवरी को ग्राम बडौर, 28 जनवरी को दरेरा, 29 जनवरी को उमरावन, 30 जनवरी को मडैय़न, 31 जनवरी एवं 1 फरवरी को जरूआपुर, 2 फरवरी को मनौरए,3 फरवरी को बकचुर, 4 फरवरी को चनेनी, 6 फरवरी को नहरी, 7 फरवरी को हरसा, 8 फरवरी को झिन्ना, 9 एवं 10 फरवरी को सब्दुआ, 11 फरवरी को भापतपुर, 13 फरवरी को सलैया, 14 फरवरी को बगौहा, 15 एवं 16 फरवरी को खजरी कुडार, 17 फरवरी को माझा, 18 फरवरी को दहलान चैकी, 20 फरवरी को रानीपुर, 21 फरवरी को सरकोहा, 22ए, 23 एवं 24 फरवरी को अजयगढ़ और 25 फरवरी को ग्राम राजापुर में टीकाकरण होगा। इसके बाद एक माह बाद बूस्टर टीकाकरण भी किया जाएगा।
हो रहा है बदनाम
टाइगर स्टेट मप्र का पन्ना टाइगर रिजर्व वन्य प्राणियों की मौत के मामले में अब बदनाम होता जा रहा है। बीते मंगलवार को पन्ना टाइगर रिजर्व से सटे पवई तहसील के बमुरहा गांव में जंगल से लगे खेत में एक नर तेंदुआ का शव संदिग्ध हालत में मिला । हरबार की तरह इस बार भी ग्रामीणों ने ही वन विभाग को सूचना दी थी। हालांकि शाम होने के कारण तेंदुए के शव का पोस्टमॉर्टम नहीं कराया जा सका। इधर पीटीआर का अमला लगातार आसपास के गांव में स्निफर डॉग स्क्वाड को लेकर दिन-रात गश्त करने का दावा कर रहा है। बता दें कि बीते डेढ़ महीने में पन्ना में दो युवा बाघ, दो नील गाय, एक हायना का शिकार करंट लगाकर और फंदा लगाकर कर लिया गया है।
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