बांदा जनपद में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के समीप ही इंडस्ट्रियल कॉरिडोर प्रस्तावित है। जिसके लिए प्रशासन द्वारा बबेरू तहसील अंतर्गत 528 हेक्टेयर जमीन चिन्हित की गई थी। जिसे यूपीडा अधिकारियों ने देखने के बाद नापसंद की है। वही बिसंडा क्षेत्र के किसानों ने अपने क्षेत्र में प्रस्तावित इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाने का विरोध जिला अधिकारी से मिलकर, कटोरे में धान लेकर किया है।
यूपीडा द्वारा इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए कृषिभूमि चिन्हित किए जाने से भयभीत बिसंडा के किसान आज मुख्यालय में जिलाधिकारी और अपर जिलाधिकारी से मिले। वहां पैदा होने वाले धान से बने चावल को लेकर किसानों ने जिलाधिकारी से अपनी खेती बचाने की मांग की।
किसानों ने जिलाधिकारी से बताया कि उनके संज्ञान में आया है कि इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे के 25-26 किमी उत्तर एवं अतर्रा - बिसंडा मार्ग से पश्चिम की ओर की कृषि भूमि प्रस्तावित की जा रही है। जो बांदा जनपद के सर्वाधिक उपजाऊ क्षेत्र में से एक है। जो दोनो ओर से केन कैनाल से आच्छादित है तथा इस हिस्से में दर्जनों बोर वेल्स हैं। जिन पर सरकारी विद्युत कनेक्शन हैं। यह प्रायः तीन फसली कृषिभूमि है।
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