सिविल लाइन थाना पुलिस ने 10 साल पहले परीक्षा के डर से भागे उस नाबालिग को बरामद किया है जो अब युवक बन चुका है। यह युवक 10वीं की परीक्षा के पहले अपने घर से भाग गया था और फिर देश के अनेक हिस्सों में मजदूरी जैसे काम करता रहा। पिछले दिनों आधार कार्ड बनवाने के दौरान जब इसका मोबाइल नंबर ट्रेस हुआ तब जाकर पुलिस इसका पता लगा सकी।
शहर के सनसिटी कॉलोनी के समीप रहने वाले 25 वर्षीय राजेन्द्र प्रजापति तनय बल्देव प्रजापति को सिविल लाइन पुलिस ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर से बरामद किया है। पुलिस उसे ऑपरेशन मुस्कान के तहत वापस घर लायी है। बुधवार को परिवार से मिलने के बाद राजेन्द्र भावुक हो गया।
राजेन्द्र ने बताया कि वह 10 साल पहले 10वीं की परीक्षा में फेल होने के डर से घर से भाग गया था। इसके बाद वह महोबा, झांसी, पंजाब, हरियाणा और छत्तीसगढ़ में मजदूरी के साथ-साथ ढाबों पर काम करता रहा।
नादानी में की गई एक गलती के कारण न सिर्फ उसकी जिंदगी के 10 साल बर्बाद हुए बल्कि इस बीच वर्ष 2016 में जब उसकी मां सियादुलारी प्रजापति का निधन हुआ तब वह उन्हें भी नहीं देख पाया। पिछले दिनों जब वह आधार कार्ड बनवा रहा था तब एक पुराने आधार कार्ड के चलते उसका नंबर परिवार को मिल गया। पुलिस को सूचना देने पर पुलिस ने राजेन्द्र को बिलासपुर से बरामद कर लिया।
सिविल लाइन टीआई कमलेश साहू ने बताया कि राजेन्द्र प्रजापति की कहानी उन बच्चों के लिए सबक है जो मामूली बातों पर घर से भाग जाते हैं और फिर उनका परिवार परेशान होता रहता है।
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