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बांदाःगौ संरक्षण के बारे में अपर मुख्य सचिव डॉ रजनीश दुबे ने अफसरों को दी हिदायत

 अपर मुख्य सचिव दुग्ध विकास मत्स्य एवं पशुधन विभाग डॉ रजनीश दुबे ने बुधवार को अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि निराश्रित गोवंशों को हर हाल में 31 मार्च तक गौशाला में संरक्षित किया जाए। गोवंश बाहर न विचरण करने पाये, ऐसा होने से किसानों की फसल को नुकसान होता है। यह निर्देश उन्होंने सर्किट हाउस सभागार में चित्रकूटधाम मण्डल की निराश्रित गौवंशा संरक्षण मिशन एआई, प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना तथा पशुधन एवं मत्स्य विभाग के केसीसी के बनाये जाने की समीक्षा बैठक में दिये। 



बैठक में उन्होंने कहा चारागाहों में यदि किसी प्रकार का अतिक्रमण हो तो उसे हटाकार गौशालाओं से लिंकेज करते हुए हरे चारे की व्यवस्था भी कराये  गौवंशो के संरक्षण को गौशालाओं का निर्माण कार्य भी पूर्ण कराये जायें। उन्होंने गौवंशो की लम्पी बीमारी से बचाव के लिए मण्डल में किये गये कार्य की प्रशंसा की। उन्होंने सहभागिता योजना के अन्तर्गत सुपुर्दगी में दिये गये गौवंशो के संरक्षण की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि जिन पशुपालकों को गौवंश दिये गये हैं, ऐसे गौवंश निराश्रित न होने पायें। मण्डल के सभी मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिये कि गौवंशो में नस्ल सुधार कर अधिक से अधिक लोंगो को प्रेरित कर इसमें और अधिक बेहतर कार्य किया जाए। उन्होंने प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना की समीक्षा करते हुए मत्स्य पालकों को निजी भूमि में तालाब निर्माण कार्य, बैकयार्ड आरएएस का कार्य शीघ्र पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिये। साथ ही मत्स्य पालकों को साइकिल विद आइस बाक्स के लाभार्थियों को अनुदान की धनराशि डीबीटी के माध्यम से कैम्प लगाकर दिलाये जाने के निर्देश दिये।

उन्होंने पशुधन को बढावा देने को पशुपालकों एवं मत्स्य पालकों को किसान क्रेडिट कार्ड योजना के अन्तर्गत बैंको से समन्वय कर किसान क्रेडिट कार्ड बनवाये जाने एवं उनके बैंको में लम्बित प्रकरणों के निस्तारण कराये जाने के निर्देश दिये। निराश्रित गौवंशो के संरक्षण को कैटल कैचर्स की भी व्यवस्था कराकर अधिक से अधिक गौवंशों को में गौशालाओं में संरक्षित करने को कहा। उन्होंने पोट्री सेक्टर एवं मत्स्य पालन तथा पशुधन योजना के अन्तर्गत व्यवसाय के रूप में भी विकसित करने, पशुधन व अन्य दुग्ध उत्पादन आदि में पूंजी निवेश को कराकर उद्योग स्थापित कराये जाने पर भी जोर दिया। 

बैठक में आयुक्त चित्रकूटधाम मण्डल बांदा  आरपीसिंह, जिलाधिकारी श्रीमती दीपा रंजन, मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य, अपर निदेशक पशुधन विकास डॉ रवीन्द्र सिंह राठौर, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी एसपी सिंह सहित मण्डलीय जनपदों के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी तथा मत्स्य एवं दुग्ध विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

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