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बजट स्पेशल : चुनावी साल 2023 के बजट से जुड़ीं युवाओं की उम्मीदें

दमोह. भाजपा शासित प्रदेश सरकार का बजट 01 मार्च 2023 को पारित होने जा रहा है। केंद्र सरकार के प्रस्तुत बजट के बाद लोगों को प्रदेश सरकार से उम्मीदें बंधी हैं। वैसे भी यह बजट चुनावी साल का बजट है, ऐसे में लोगों को लग रहा है कि यह बजट खास होना चाहिए, जो एक गरीब तबके, मध्यमवर्गीय लोगों के लिए विकास की राह सुझाएगा। पत्रिका ने बजट पारित होने से एक दिन पहले २८ फरवरी को लोगों के बीच पहुंचकर उनसे बात की और जाना कि वह बजट को लेकर क्या चिंतन कर रहे हैं।



 मेडिकल क्षेत्र में लगाई उम्मीदें-

ग्रामीण इलाकों में अभी भी चिकित्सा सुविधाएं पिछड़ी हुईं हैं। संसाधनों का अभाव है। सरकार के बजट में ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष फोकस होना चाहिए।

रागनी राज

प्रदेश में बेरोजगारी का स्तर बढ़ता जा रहा है। बेरोजगारी के विरूद्ध नौकरियों के अवसर पर्याप्त नहीं हैं। बजट में नई स्थापनाओं का ध्यान रखा जाना चाहिए।

कंचन सेन

स्वास्थ्य सेवाओं के लिए गांवों तक आयुष केंद्र शुरू किए गए, लेकिन किसी में स्टॉफ, तो किसी में उपकरणों का अभाव है। इसलिए मेडिकल पर सरकार को फोकस करना होगा।

करूणा राही

 बजट स्पेशल : चुनावी साल 2023 के बजट से जुड़ीं युवाओं की उम्मीदेंरोजगार सजृन ही बजट को केंद्र बिंदु हो

रोजगार के लिए सिर्फ बहानेबाजी ही चुनाव के बाद देखने को मिलती है। पांच साल में सरकार के बजट आते जाते हैं, लेकिन बेरोजगारी कम नहीं हो रही है। इसलिए इस बजट में रोजगार पर अधिक फोकस होना चाहिए।

गौरव सोनी

नौकरियों के लिए लोग पलायन कर रहे हैं, दमोह जैसे शहर में उद्योग धंधे नहीं हैं। ऐसे जिलों में उद्योगों की स्थापना होना चाहिए।

सौरभ राही

स्थानीय स्तर पर मजदूरों का मिल पाना कठिन है, लोग रोजगार की तलाश में भटक रहे हैं। बजट में महंगाई कम हो न हो, लेकिन रोजीरोटी सुगम हो जाए यह ध्यान रखा जाना चाहिए।

वेदांत सोनी

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