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टीकमगढ़ :25 एकड़ की नरवाई, आग से जली, जब तक दमकल पहुंची ग्रामीणों ने बुझाई आग

 खरगापुर तहसील क्षेत्र के फुटेर चक्र 2 में करीब 20 से 25 के एकड़ क्षेत्र की नरवाई में आग लग गई। इससे गांव में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने खेतों में आग लगने की सूचना तहसीलदार जन्मेजय मिश्रा को दी। सूचना पर दमकल वाहन मौके पर पहुंचकर दो घंटे की मशक्कत के बाद बुझा पाया। संयोग तो यह रहा कि नरवाई की आग खड़ी फसल तक नहीं पहुंच सकीं ।



खरगापुर तहसील क्षेत्र के ग्राम फुटेर चक्र 2 में हमीद चौधरी की करीब 5 एकड़ भूमि सहित करीब 20 से 25 एकड़ तक खेतों में खड़ी नरवाई में सुबह आग लग गई। आग की खबर सुनते ही किसानों के दिलों की ध़ड़कने बढ़ गई। सभी अपनी फसल बचाने के लिए खेतों में पहुंच गए। ग्रामीणों ने तहसीलदार जन्मेजय मिश्रा खरगापुर व सीएमओ नगर परिषद खरगापुर को सूचना दी, लेकिन खरगापुर की फायर ब्रिगेड खराब होने के कारण नहीं पहुंच पाया । बल्देवगढ़ से करीब 1 घंटे में फायर ब्रिगेड जब तक पहुंचा तब आग बुझ गई थी। इसके अलावा वीरेंद्र जैन के डेढ़ एकड़ खेत में खड़ी सरसों की फसल जलकर राख हो गई। ग्रामीणों का कहना है कि करीब 100 क्विंटल से अधिक गेहूं की लाक रखी थी, लेकिन बच गई।

राहत राशि की जाएगी प्रदाय

आग करीब 20 से 25 एकड़ क्षेत्र में फैली थी जिसमें अधिकांश नरवाई ही जली है एक किसान वीरेंद्र जैन के खेत में खड़ी सरसों की फसल जलकर नष्ट हुई है। जिन्हें राजस्व पुस्तक परिपत्र अनुसार राहत राशि दी जाएगी।

अभ्यारण्य क्षेत्र की पाड़र बीट के जंगल में लगी आग

ओरछा। पर्यटन नगरी स्थित वन अभ्यारण्य क्षेत्र की पाड़र बीट के जंगल में आग लग गई । करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद वन कर्मियों ने आग पर काबू पाया। आग लगने का कारण अभी ज्ञात नहीं है। शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे अभ्यारण्य क्षेत्र पाड़र इलाके में अचानक धुआं दिखाई दिया। इसके बाद वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे तो देखा कि जंगल के करीब दो एकड़ क्षेत्र में पड़े सूखे पत्तों में आग लगी है। जिसे बुझाया गया । शुक्रवार दोपहर 2 बजे जंगल में अचानक आग लग गई। ओरछा के जहांगीर महल में घूम रहे पर्यटकों और थानीय लोगों ने वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद मौके पर पहुंच कर रेंज आफीसर महिपत सिंह राणा, आनंद कुमार श्रीवास्तव, वनरक्षक देवेश राठौर सहित वन कर्मचारियों ने करीब दो घंटे की काफी मशक्कत के बाद वन विभाग के यंत्रों द्वारा आग बुझाया। हालांकि इससे कोई जनहानि या पशुओं को कोई हानि नहीं हुई। जंगल में आग कैसे लगी, इस बात का पता लगाया जा रहा है ।

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