उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर के मुरलीपुरा क्षेत्र में आयोजित कथा में प्रदीप मिश्रा ने कहा कि हम कोई पर्चे नहीं बांटते न ही भविष्यवाणी करते। उन्होंने साईं बाबा को लेकर कहा कि सनातन देवी देवता है हमें उन्हें पूजना चाहिए। जितना बन सकता है जनमानस की सेवा करें तथा आनंद के साथ इस कथा को सुने।
साथ ही साधु संत द्वारा कहे गए हिन्दू धर्म के हिसाब से देश चलाने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि संविधान और हिन्दू दोनों के साथ मिलकर ही इस राष्ट्र का आनंद ले सकते हैं तथा आनंद के साथ इस हिन्दू धर्म को चला सकते है। पर्चे, भविष्यवाणी वाली बात पर लोगों ने इसे बागेश्वर धाम सरकार से जोड़कर देखा तो उन्होंने बोला कि हमें इससे मतलब नहीं की आप क्या मतलब निकालते हैं। भगवान महादेव का भजन करें स्वयं कालधिपति बैठा है? दुनिया का भाग्य लिखने वाला वही है? किसी साधारण मनुष्य पर विश्वास न करकर हम ईश्वर पर विश्वास करेंगे तो हमारा जीवन सार्थक होगा।
वही साईं बाबा को लेकर संतो में चल रहे वाद विवाद को लेकर प्रदीप मिश्रा ने कहा कि हमारा मानना है हिन्दू धर्म मे देवताओं की कोई कमी नहीं है हम उन्हीं को पूज ले वही आनंद है। पंडित प्रदीप मिश्रा ने सियासत में आने को लेकर फिर कहा हमें राजनीति में नहीं आना है ना ही कोई चुनाव लड़ना है। हम शिव जी के दास हैं उनके चरणों के दास बनकर रहना चाहते है। पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि भगवान महादेव के नेत्र अश्रु से गिरा है रुद्राक्ष उसे धारण कर सकते है। मत्त्व तो 1 मुखी से लेकर 14 व 21 मुखी तक के बारे में शिव महापुराण में लिखा है।
Source :- Newstracklive
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