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मिलें बुंदेलखंड बनने के बाद शादी करने और चुनाव लड़ने की शपथ लेने वाले सहाय साहब से

सागर: मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड को जोड़कर अलग राज्य बनाने की मांग ने फिर जोर पकड़ लिया है. बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानु सहाय पिछले कई सालों से प्रतिज्ञा किए हुए हैं कि जब तक बुंदेलखंड अलग राज्य नहीं बनेगा वे शादी नहीं करेंगे और ना ही चुनाव लड़ेंगे. बुंदेलखंड राज्य के लिए प्रतिज्ञा लेने वाले भानु सहाय उत्तर प्रदेश के झांसी के रहने वाले हैं. पहले वे इस मोर्चा के सदस्य थे और अपने पदाधिकारियों का इस मांग में सहयोग करते थे, लेकिन पिछले कुछ सालों से मोर्चा की कमान उन्होंने ही संभाल रखी है. वे करीब 13 साल से बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष हैं. 1989 से वह इस मांग को लेकर घूम रहे हैं. इसी क्रम में अब इस मांग को जन-जन के बीच ले जाने के लिए जल्द ही अभियान शुरू हो रहा है.



बुंदेलखंड के सागर पहुंचे भानु सहाय ने बताया कि अगले महीने 15 जून से बुंदेलखंड राज्य निर्माण को लेकर रथ यात्रा शुरू हो रही है, जो एमपी और यूपी के बुंदेलखंड में भ्रमण करेगी. इस दौरान गली-गली जाकर लोगों को बताया जाएगा कि आखिर हमें बुंदेलखंड की जरूरत क्यों है. इसके साथ ही लोगों को संकल्प दिलाया जाएगा कि वे बुंदेलखंड राज्य का निर्माण करवाने के लिए मोर्चे के साथ हैं. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के दक्षिणी भाग में और मध्य प्रदेश के उत्तरी भाग में बुंदेलखंड है.

दोनों ही प्रदेश के कई जिले बुंदेलखंड में आते हैं, जिसमें सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, पन्ना, दमोह, दतिया एमपी के बुंदेलखंड से आते हैं, तो वहीं जालौन, महोबा, बांदा, चित्रकूट, ललितपुर, झांसी, हमीरपुर उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड से आते हैं.

उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में पर्यटन की पर्याप्त संभावनाएं है. नदी है, वन-जंगल है, पहाड़ है, हीरे की खान है. अभी इन सभी का राजस्व बाहर जा रहा है. हमारे बुंदेलखंड के लोग पलायन करने को मजबूर हैं. इसलिए राज्य का निर्माण होना चाहिए. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में यूपी की सीमा से कहीं भी 50 किलोमीटर में राजधानी बन जाए तो किसी को कोई एतराज नहीं है.


साभार: न्यूज़ 18

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