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महोबा 30 फीसदी गेहूं खरीद के बाद भी अव्वल

महोबा। समर्थन मूल्य योजना के तहत किसानों का गेहूं खरीदने के लिए जिले में बनाए गए 42 क्रय केंद्रों पर गुरुवार से गेहूं खरीद का काम समाप्त हो गया। जिले में लक्ष्य के सापेक्ष महज 30 फीसदी ही गेहूं की खरीद हो सकी लेकिन खरीद के मामले में महोबा मंडल में अव्वल रहा। जिले में इस बार पिछले वर्ष की अपेक्षा चार गुना गेहूं की खरीद की गई। अधिकांश किसानों ने खरीद केंद्र की बजाय खुले बाजार में गेहूं बेचने में दिलचस्पी दिखाई।

                                

जिले में गेहूं खरीद का काम एक अप्रैल से शुरू हुआ था। शुरुआती दौर में 40 केंद्र बनाए गए थे। इसके बाद दो और केंद्र बढ़ाए गए। खरीद शुरू होने के एक पखवाड़े तक केंद्रों में सन्नाटा पसरा रहा। निधारित समर्थन मूल्य से 50 रुपये अधिक खुले बाजार में प्रति क्विंटल दाम मिलने और नकद भुगतान होने के चलते किसानों ने बाजार में गेहूं बेचा। अधिकारियों ने गांव-गांव जाकर प्रचार-प्रसार करने का कोई खास असर नहीं दिखा।

शासन की ओर से इस बार महोबा को 38 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया गया था। इसके सापेक्ष 2,681 किसानों का 11396.85 एमटी ही गेहूं खरीदा जा सका। जो लक्ष्य का 30 फीसदी रहा। वहीं हमीरपुर में 62 हजार एमटी लक्ष्य के सापेक्ष 29 फीसदी ही गेहूं की खरीद हो सकी। बांदा और चित्रकूट में इससे भी कम फीसदी खरीद होने से महोबा मंडल में अव्वल रहा। जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी रामकृष्ण पांडेय का कहना है कि खरीद के मामले में महोबा का मंडल में पहला स्थान रहा है। पिछले वर्ष भी 38 हजार एमटी गेहूं खरीद का लक्ष्य था। सापेक्ष 2558.90 एमटी गेहूं की खरीद हुई थी। पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार चार गुना अधिक खरीद हुई है।

Source: Amar Ujala 

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