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ललितपुर में हवाई अड्डा बनने का रास्ता हुआ साफ़

ललितपुर जनपद में प्रस्तावित हवाई अड्डा बनने का रास्ता अब साफ हो चुका है। प्रशासन द्वारा भूमि अधिगृहीत करने का काम 99 फीसदी पूर्ण हो चुका है। शेष बची एक हेक्टेयर भूमि भी जल्द अधिगृहीत कर ली जाएगी। अब जल्द ही नागरिक उड्डयन विभाग जनपद में हवाई अड्डे का निर्माण कार्य शुरू कर देगा।

                    

जनपद में प्रस्तावित हवाई अड्डे के लिए 2.89 हेक्टेयर भूमि का पेच फंसा हुआ था। इसमें लापता भू-स्वामी और न्यायालय में चल रहे वाद प्रमुख कारण थे, और यह भूमि अधिगृहीत करने में बाधा बन रहे थे। ऐसे में कोर्ट में चल रहे इन वादों का निस्तारण प्रशासन व शासकीय अधिवक्ता द्वारा पैरवी करके किया। इससे कोर्ट केस का निपटारा हो गया और इस भूमि को राजस्व विभाग ने अधिगृहीत कर लिया गया।

अब हवाई अड्डे के निर्माण के लिए भूमि अधिगृहीत करने का कार्य 99 फीसदी तक पूर्ण कर लिया गया है। सिर्फ एक हेक्टेयर भूमि ही शेष बची हुई। जिसको अधिगृहीत करने का कार्य अंतिम दौर में चल रहा है, जोकि जल्द ही पूर्ण कर लिया जाएगा। जिला प्रशासन ने भूमि को नागरिक उड्डयन विभाग को सौंपने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। सबकुछ ठीक रहा तो अब जल्द ही जनपद में हवाई अड्डे का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।

390 एकड़ भूमि में प्रस्तावित है हवाई अड्डे का निर्माण

जनपद में प्रस्तावित हवाई अड्डे के निर्माण को 390 एकड़ भूमि चयनित की गई थी। जिसमें 226 एकड़ जमीन निजी किसानों थी। जबकि शेष भूमि ग्राम सभा और सरकारी विभागों की थी। भूमि अधिगृहीत करने का कार्य वर्ष 2021 में शुरू हुआ था। जोकि अब समाप्ति पर पहुंच गया है। भूमि अधिगृहीत करने के लिए शासन ने प्रथम चरण में 87.42 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की थी। जोकि जिला प्रशासन की मांग के अनुरूप जारी की जाती रही।

50 लोगों दिए गए प्लॉट के बदले प्लॉट

जमीन अधिगृहीत करने के मामले में सबसे बड़ा पेच लोगों द्वारा बिना भू-स्वरूप परिवर्तन के आवासीय प्लॉटों का बैनामा कराना था। प्लॉट स्वामी आवासीय प्लॉट का मुआवजा मांग रहे थे। ऐसे प्लॉट स्वामियों से जिला प्रशासन के अधिकारियों ने वार्ता की और उन्हें प्लॉट के बदले प्लॉट देने की पेशकश की। जिसे प्लॉट स्वामियों ने स्वीकार कर लिया था। वर्तमान में 50 लोगों को जिला प्रशासन की ओर से प्लॉट के बदले प्लॉट दिया जा चुका है।

हवाई अड्डा भूमि अधिग्रहण का कार्य 99 फीसदी पूरा कर लिया गया है। सिर्फ एक हेक्टेयर भूमि ही अब शेष बची है। इसकी प्रक्रिया भी अंतिम दौर में चल रही है। करीब 50 लोगों को प्लॉट के बदले प्लॉट दिया जा चुका है। अब जल्द ही नागरिक उड्डयन विभाग जनपद में हवाई अड्डा निर्माण का कार्य शुरू कर देगा।


साभार : अमर उजाला

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