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झाँसी के इतिहास के बारे में कुछ इंटरेस्टिंग फैक्ट्स


Q1. झांसी का पुराना नाम क्या था ?

उस समय राजा वीर सिंह ने इस पहाड़ी पर बने किले के आसपास नगर बसाया, जि‍से बलवंत नगर नाम दिया था। उस समय झांसी को बलवंत नगर के नाम से ही जाना जाता था

Q2. झांसी का राजा कौन था?

1835 में रामचंद्र राव की मृत्यु हो गई। उनकी मृत्यु के बाद रघुनाथ राव (तृतीय) को उनका उत्तराधिकारी बनाया गया। 1838 में रघुनाथ राव (तृतीय) की भी मृत्यु हो गई। ब्रिटिश शासकों ने तब गंगाधर राव को झाँसी के राजा के रूप में स्वीकार किया।

Q3. झांसी में कितने गेट हैं?

किले में दस फाटक (दरवाजा) हैं। इनमें से कुछ खंडेराव गेट, दतिया दरवाजा, उन्नाव गेट, झरना गेट, लक्ष्मी गेट, सागर गेट, ओरछा गेट, सैंयर गेट, चाँद गेट हैं।

Q4. झांसी शहर का नया नाम क्या है?

अब नया नाम वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी हो गया है।

Q5. झांसी के बारे में आप क्या जानते हैं?

झाँसी शहर, पहुंज और बेतवा नदी के बीच स्थित वीरता, साहस और आत्म सम्मान का प्रतीक है

Q6. झांसी जिले में कितने गांव हैं?

झांसी जिला में 1065 गांव है।

Q7. झांसी के प्लेटफार्म का नाम क्या है?

रेलवे स्टेशन का नाम बदला

Q8. झांसी में कितने बांध हैं?

केन नदी पर सात बांध और नहरें बनी हैं।

Q9. झांसी में कौन सी भाषा बोली जाती है?

जिले में 95.35% आबादी हिंदी और 3.36% बुंदेली को अपनी पहली भाषा के रूप में बोली।

Q10. झांसी का अर्थ क्या है?

झांसी नाम का मतलब जीवन की तरह, उगते सूरज, एक राजा की पत्नी होता है ।


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