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क्या बुन्देलखण्ड विश्वकोश से होगा आने वाली पीढ़ी को मार्गदर्शन?

मध्य प्रदेश के सागर जिले में बुन्देलखण्ड विश्वकोश की वेबसाइट प्रजेंटेशन एवं आवश्यक बैठक वरदान होटल में संपन्न हुई। इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए डा. हरिमोहन गुप्ता ने कहा कि बुन्देलखण्ड की वैभवशाली विरासत को संजोने व आने वाली पीढ़ी का मार्गदर्शन करने के उद्देश्य से बुन्देलखण्ड विश्वकोश की वेबसाइट को प्रामाणिक व तथ्यपूर्ण तैयार करना होगा। इसके लिए विद्वतजनों की एक एप्रूवल समिति भी होनी चाहिए।       



"नव बुन्देलखण्ड सृजन एवं जनकल्याण समिति के अंतर्गत बुन्देलखण्ड की समग्र जानकारियों को जनमानस के लिए सहज उपलब्ध कराना ही समिति का मुख्य उद्देश्य है।" उक्त उद्गार व्यक्त करते हुए समिति की अध्यक्ष डा. सरोज गुप्ता ने कहा कि बहुत ही शीघ्र हम पुस्तक के रूप में बुन्देलखण्ड विश्वकोश को प्रकाशित करेंगे। यह कार्य कठिन अवश्य है परंतु असंभव नहीं। यह ऋषि मुनियों की भूमि है, साहित्यकारों की भूमि है। साहित्य घरों में या पुस्तकालयों में भरा पड़ा है, समय आ गया है कि उसे बाहर निकाला जाए ताकि बुन्देलखण्ड के आम जन और शोधार्थी इसका लाभ ले सकें।

बुन्देलखण्ड विश्वकोश की समिति के सदस्य एवं पुरातत्व विभाग समिति के प्रभारी प्रो. नागेश दुबे ने पांडुलिपियों की जानकारी संग्रहित कर संरक्षित करने पर जोर दिया। झांसी से आए समिति के उपाध्यक्ष श्री प्रदीप तिवारी ने बताया कि एक भ्रमण समिति बनाकर पूरे बुन्देलखण्ड से जानकारियां संग्रहित करने का प्रयास किया जाएगा। 

बांदा से आए समिति के सचिव श्री सचिन चतुर्वेदी ने बताया कि सारी जानकारियों को वेबसाइट में डालने का कार्य प्रगति पर है। सबसे पहले फेज में पुस्तकों और व्यक्तियों की जानकारी को अपलोड किया जा रहा है। इसे अपलोड करने के लिए सभी को जिम्मेदारी दी गई है। एक बार जानकारियों को जांचने के बाद उन्हें प्रकाशित कर दिया जाएगा। 

समिति के कोषाध्यक्ष प्रो. ब्रजेश श्रीवास्तव ने बुन्देलखण्ड के विस्तृत मैप को तैयार किए जाने की बात की, जिस पर सभी ने एक स्वर से सहमति दी। दतिया से आए समिति के उपाध्यक्ष श्री विनोद मिश्र ने कहा कि विश्वकोश के माध्यम से बुन्देलखण्ड पर जितने भी शोध हुए हैं, उनकी जानकारी भी विद्यार्थियों को दी जाए। समिति के सदस्य डॉ. आशीष ज्योतिषी ने इस कार्य में हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।

बुन्देलखण्ड विश्वकोश पत्रकारिता समिति प्रभारी डॉ. आशीष द्विवेदी ने कहा कि विश्वकोश योजना पर कार्य करते हुए छोटी बड़ी बहुत सारी समस्याओं को दरकिनार करके एक साथ मिलकर सभी को कार्य करना होगा। भूगोल विभाग समिति प्रभारी डा. सुनील विश्वकर्मा ने भूगोल समिति पर विचार विमर्श हेतु विशेषज्ञों को आमंत्रित कर कार्यशाला की बात कही। वेबसाइट का निर्माण कर रहे झांसी के वेब डेवलपर श्री तरुण द्विवेदी एवं उनके सहयोगी श्री मनीष अग्रहरि ने सभी के सुझावों पर शीघ्रता से अमल करते हुए जुलाई माह में वेबसाइट को लाइव करने का भरोसा दिया।

इस अवसर पर बैठक में श्री आनन्द मिश्रा एवं रावतपुरा सरकार कालेज के डायरेक्टर डॉ. मुकेश शर्मा उपस्थित रहे और अपने विचार भी रखे।

साभार : बुंदेलखंड न्यूज़


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