मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023: किस दल के साथ जाएंगे बुंदेलखंड के 22% एससी वोटर?
Bundelkhand Elections 2023 |
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023: मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले बुंदेलखंड क्षेत्र में राजनीतिक उथल-पुथल महसूस की जा रही है। इस क्षेत्र में बीजेपी और कांग्रेस के बीच एक सख्त संघर्ष की तस्वीर दिख रही है। इस संघर्ष के माध्यम से दोनों पार्टियां बुंदेलखंड के एससी वोटर्स की पकड़ मजबूत करने की कोशिश में जुटी हैं।
बीजेपी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में सागर जिले का दौरा किया, जहां उन्होंने 100 करोड़ रुपये की लागत से बने संत रविदास स्मारक का भूमि पूजन किया। उनके इस कदम के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी सागर पहुंचे और संत रविदास विश्वविद्यालय की घोषणा की।
कांग्रेस ने बीजेपी के "मंदिर फार्मूला" का उत्तर देते हुए शिक्षा को महत्वपूर्ण बताया और उसके माध्यम से वोटर्स को आकर्षित करने का प्रयास किया। बुंदेलखंड क्षेत्र में 22% एससी वोटर्स का महत्वपूर्ण भूमिका हो सकता है, जिनके परिप्रेक्ष्य में दोनों पार्टियां अपनी रणनीतियों को समझने की कोशिश में हैं।
सागर जिले में एकेले 17,20,540 मतदाता हैं, जिनमें पुरुष 9,11,376 और महिलाएं 8,09,117 हैं। इसके अलावा, अन्य वोटर्स की संख्या 47 है। जिले में लगभग 4 से 5 लाख एससी वोटर्स की हो सकती है।
बुंदेलखंड क्षेत्र में सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, दमोह और पन्ना जिले शामिल हैं, जिनमें कुल 26 विधानसभा सीटें हैं। पिछले चुनाव में बीजेपी ने इनमें से 15 सीटों पर विजय प्राप्त की थी, जबकि कांग्रेस को 9 सीटें मिली थीं। इसके अलावा, सपा और बसपा को एक-एक सीट मिली थी।
बुंदेलखंड क्षेत्र में एससी वोटर्स का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है, जो इस बार के चुनाव में नतीजों को बदल सकता है। दोनों पार्टियां इस क्षेत्र में अपनी रणनीतियों को विशेष रूप से एससी वोटर्स के माध्यम से सफलता पाने का प्रयास कर रही हैं।
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