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भाजपा बनाम कांग्रेस: बुंदेलखंड में एससी वोटर की पकड़ के लिए संघर्ष जारी

एक ने मंदिर तो दूसरे ने किया शिक्षा देने का वादा

बुंदेलखंड में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में एससी वोटरों की महत्वपूर्ण भूमिका है और यह दो प्रमुख राजनैतिक पार्टियों, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस), के बीच एक महत्वपूर्ण टकराव का केंद्र बना हुआ है।

अभी हाल ही में, भाजपा ने सागर शहर में 102 करोड़ रुपये की लागत से संत रविदास स्मारक का भूमिपूजन किया और इसके माध्यम से एससी समुदाय को आकर्षित करने का प्रयास किया। स्मारक का मुख्य उद्देश्य उनके वोटों को जीतना और वोट बैंक में जमा करना था।

वहीं, कांग्रेस ने सागर में संत रविदास विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा करके एससी समुदाय के समर्थकों का समर्थन प्राप्त करने का प्रयास किया है। इसका मतलब यह है कि कांग्रेस भी एससी वोटरों की पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही है।

विश्वविद्यालय के माध्यम से कांग्रेस ने एक और मार्ग चुना है जिससे वे एससी समुदाय के विशेष ध्यान को आकर्षित करने का प्रयास कर रही हैं। यह एक राजनीतिक उपाय हो सकता है, लेकिन यह सागर के एक बड़े चुनौतीपूर्ण मुद्दे को उजागर करता है। दरअसल, राज्य में विश्वविद्यालय की मांग लंबे समय से प्रस्तुत है।

एक दृष्टि में, डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय को केंद्रीय स्तरीय मान्यता मिलने के बाद भी, बुंदेलखंड के छात्रों को विश्वविद्यालय में प्रवेश में कठिनाईयाँ आई हैं। भाजपा ने संत रविदास स्मारक के माध्यम से एससी समुदाय के अनुयायियों को आकर्षित किया है, लेकिन यह चुनावी वर्ष में केवल वोट प्राप्त करने के लिए हो सकता है। राज्य में एससी वोटरों की आबादी 16.5% है।

कांग्रेस की तरफ से संघर्ष की दिशा में, संत रविदास विश्वविद्यालय की स्थापना और जातिगत जनगणना की घोषणा का मतलब है कि वे भी एससी समुदाय के वोटरों को अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं। यह बुंदेलखंड की बड़ी वोट बैंक है, जो अब हमारे देश में राजनीतिक दलों के लिए महत्वपूर्ण हो गया है।

चुनावी महौल में कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संत रविदास विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा करके एससी समुदाय के समर्थकों का समर्थन प्राप्त किया है। यह राजनीतिक हो सकता है, लेकिन सागर जिले में राजकीय विश्वविद्यालय की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही है।

अब हाल ही में हुई आमसभा में, कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जातिगत और राजनीतिक मुद्दों पर बातचीत की और एससी समुदाय के लोगों से समर्थन मांगा। उन्होंने इसे एक आवश्यकता भी बताया जो सागर के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है।


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