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बुंदेलखंड ट्रूपल ने खोली प्रशासनिक भ्रष्टाचार की पोल, पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर शेयर किया वीडियो

हमीरपुर, बुंदेलखंड: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के दौरे से पूर्व सामने आये भ्रष्टाचार के एक मामले को बुंदेलखंड ट्रूपल टीम ने एक्सक्लूसिव खबर के रूप में चलाया, जिसे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया हैंडल्स से शेयर कर, योगी सरकार को घेरने की कोशिश की है. दरअसल प्रशासन ने शासन द्वारा दिया गया सरकारी आवास अवैध बताकर उसपर बुलडोजर चलवा दिया है.

चैनल का वीडियो शेयर कर, अखिलेश ने सरकार पर कसा तंज

प्रशासन ने डूडा विभाग द्वारा दी गई प्रधानमंत्री आवास योजना की कॉलोनी को अवैध बताकर उसे गिरवा दिया. इस दौरान आवास मालिक अफसरों से गुहार लगाता रहा लेकिन पूरे मकान को तबाह कर दिया गया. बता दें कि डूडा विभाग की ओर से वर्ष 2017 में आसरा योजना के अंतर्गत बनवाए गए आवास को सिंचाई विभाग की जमीन पर गलत ढंग से बने होने की बात कहकर बुलडोजर चलाया गया है. 

अखिलेश ने शेयर किया वीडियो




यह पूरा मामला हमीरपुर मुख्यालय के कल्प वृक्ष का है, जहां प्रशासन ने शासन द्वारा दिया गया सरकारी आवास अवैध बताकर गिरा दिया, प्रशासन ने डूडा विभाग द्वारा दी गई प्रधानमंत्री आवास योजना की कॉलोनी को अवैध बताकर  बुलडोजर से गिरा दिया, जबकि आवास आवंटन के दौरान लेखपाल, नगर पालिका सहित अन्य विभागों की भी रिपोर्ट लगती है, जोकि इस मामले को देखते हुए साफ पता चल रहा है, कि ये फर्जी तरीके से लगाई गई थी, वहीं इस दौरान आवास स्वामी ने परिजनों संग हंगामा काटा.

आपको बता दे राज्यपाल आनंदीबेन हमीरपुर मुख्यालय के कल्प वृक्ष परिसर का निरीक्षण करेंगी, वहीं कल्प वृक्ष परिसर के पास बनी प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2017 में बनी कॉलोनी को प्रशासन ने गलत तरीके से बनी कॉलोनी बताकर बुलडोजर चला दिया. हालांकि प्रशासन ने आवास स्वामनी को तत्काल प्रभाव से कांशीराम कॉलोनी में आवास आवंटित करा दिया है.

सोचने वाली बात है कि सिचाईं विभाग की जमीन पर प्रधानमंत्री आवास योजना के माकन क्यों और कैसे बनाए गए, इस लापरवाही और फर्जीवाड़े का गुनहगार कौन है. अब देखना है कि इस मामले को पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा शेयर किये जाने के बाद जिम्मेदारों पर क्या कार्रवाई की जाती है. 

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