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गिरफ्तार हुए Imran Khan; तोशाखाना मामले में हुई 3 साल की सजा, अब 5 साल...

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान को कोर्ट के फ़ैसले के बाद लाहौर स्थित उनके आवास ज़मान पार्क से गिरफ़्तार कर लिया गया है.


इस्लामाबाद के जिला और सत्र न्यायालय ने इमरान ख़ान को तोशाखाना मामले में दोषी पाते हुए उन्हें तीन साल जेल की सज़ा सुनाई है, साथ ही उन पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है.

इमरान ख़ान पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं. कोर्ट ने पीएम पद पर रहते हुए उन्हें मिले सरकारी तोहफ़े बेचने और उससे होने वाली आय का ब्योरा न देने का आरोप लगाया है. इमरान ने उन पर लगे आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि वो इसके ख़िलाफ़ अपील करेंगे.

जज ने अपने फ़ैसले में इमरान ख़ान की तुरंत गरफ्तारी के आदेश दिए, जिसके बाद उन्हें लाहौर में उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया है.

इमरान ख़ान साल 2018 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री चुने गए थे, लेकिन बीते साल एक अविश्वास प्रस्ताव में हार जाने के बाद उन्हें पद से हटना पड़ा.

सुनवाई के दौरान इस्लामाबाद कोर्ट समेच पूरे शहर में भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है.

अप्रैल 2022 में पीएम पद से हटाए जाने के बाद से इमरान ख़ान पर 100 से अधिक मामले दर्ज हैं. इमरान ख़ान इन्हें झूठे मामले बताते रहे हैं और उन पर लगाए आरोपों से इनकार करते रहे हैं.

इमरान ख़ान को पहले भी एक बार गिरफ्तार करने की कोशिश की गई थी लेकिन उस वक्त उनके समर्थकों उन्हें पुलिस कस्टडी से दूर रखने के लिए सड़कों पर उतर आए थे.

इसी साल मई में इमरान ख़ान को कोर्ट के आदेश पर पेश न होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. हालांकि बाद में उन्हें ये कहते हुए रिहा कर दिया गया कि उनकी गिरफ्तारी ग़ैर-क़ानूनी है.

उस वक्त से उन पर उनकी पार्टी पर प्रशासन के दबाव काफी बढ़ गया था.

पार्टी के कई वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने पार्टी छोड़ दी, हज़ारों कार्यकर्ताओं को इमरान ख़ान की गिरफ्तारी के बाद हुई हिंसा में शामिल होने के लिए गिरफ्तार किया गया.

इस्लामाबाद पुलिस के प्रवक्ता के मुताबिक़ इमरान ख़ान से जुड़े मामले की सुनवाई के मद्देनज़र शहर राजधानी में हाई अलर्ट जारी किया गया है और सुरक्षा के बेहद कड़े इंतज़ाम किए गए हैं.

उन्होंने बताया, "सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वो अपने क्षेत्रों में रहें. शहर के सभी इलाक़ों में चेकिंग बढ़ा दी गई है. शहर में यातायात सामान्य रूप से चल रहा है. नागरिकों को किसी भी गतिविधि की सूचना पुलिस को कॉल 15 पर देनी चाहिए."

कोर्ट के फ़ैसला जब कोर्ट से बाहर खड़ी भीड़ को सुनाया गया तो कुछ लोग (जिनमें कुछ सरकारी वकील भी शामिल थे) इमरान ख़ान के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी करने लगे.

इस बीच इमरान ख़ान का एक वीडियो उनके सोशल मीडिया हैंडल पर डाला गया है जिसमें वो कहते हैं कि "मुझे गिरफ्तार किया जा सकता है इसलिए गिरफ्तार होने से पहले मैंने ये संदेश आपके लिए रिकॉर्ड किया है."

इस वीडियो में इमरान ख़ान कहते हैं, "जब तक मेरा ये संदेश आप तक पहुंचेगा मुझे गिरफ्तार किया जा चुका होगा और मैं जेल में होउंगा. मेरी आपसे अपील है कि आप अपने घरों में चुप हो कर मत बैठना, मैं ये आपके लिए कर रहा हूं और आपके बच्चों के भविष्य के लिए कर रहा हूं."

"अगर आप अपने हक़ों के लिए नहीं खड़े होंगे तो आप ग़ुलाम बन जाएंगे और ग़ुलाम ज़मीन पर चींटियों की तरह होती हैं. पाकिस्तान एक ख़्वाब का नाम था, हम किसी इंसान के सामने नहीं झुकते. ये इंसाफ़ की जंग है, आपके हक़ों की जंग है, आपकी आज़ादी की जंग है. तब तक आपको लड़ते रहना जब तक आपको अपना हक़ नहीं मिलता."

उन्होंने पश्चिमी मुल्कों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि "आपको वोट के ज़रिए ये लड़ाई लड़नी है जो कि आपका मूल अधिकार है. कोई और मुल्क इस देश पर कब्ज़ा न कर सके, जैसा कि आज बैठ गए हैं."

साभार: बीबीसी 

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