Banner

शिक्षा व जल संरक्षण के काम में न हो लापरवाही : राज्यपाल

शिक्षा व जल संरक्षण के काम में न हो लापरवाही : राज्यपाल

Bundelkhand News, education, water, preservation,, rajypal, bundelkhad 24x7


चित्रकूट। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने अफसरों को शिक्षा और जल संरक्षण पर विशेष कार्य करने की नसीहत दी। स्कूल कॉलेज में स्वच्छता व जल संरक्षण के उपाय और पानी के उपयोग की जानकारी दी जाए। यूपी एमपी में बंटे चित्रकूट पर कहा कि मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश नहीं देखना है। दोनों तरफ की नगर पंचायत एक साथ मिलकर कार्य करें। परिक्रमा पथ पर बिरजा कुंड की गंदगी पर नाराजगी जताई। कहा कि इसे साफ कराकर पानी भराएं।

गुरुवार को राज्यपाल की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक हुई। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई विषय नहीं, जिसका हल नहीं निकल सकता। कार्य करने की मंशा सही होनी चाहिए। चित्रकूट भगवान श्रीराम की पावन धरा है। अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण हो रहा है। जो तीर्थ यात्री वहां पर दर्शन के लिए जाएंगे, वह चित्रकूट भी आएंगे। परिक्रमा पथ तथा तीर्थ क्षेत्र की साफ-सफाई अच्छी होनी चाहिए।

बीएसए से कहा कि कोई भी परिवार अगर अन्य जनपद या बाहर किसी गांव में काम के लिए जा रहा है तो शिक्षकों को निर्देश दें कि वहां के विद्यालयों के अध्यापकों से संपर्क कर उनके बच्चों को नामांकित कराकर शिक्षा दिलाएं। मेन्यू के अनुसार बच्चों को गुणवत्तापूर्ण मिड-डे मील मिलना चाहिए। स्मार्ट क्लास में बच्चों को आगे बढ़ाकर पढ़ाई कराए। यह भी कहा कि जल बचाना बहुत जरूरी है।

सीएमओ से कहा कि जिन गांवों में विकसित भारत योजना के काम चल रहे हैं, वहां शिविर लगाकर प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से लोगों को लाभान्वित करें। डीएम अभिषेक आनंद व सीडीओ अमृतपाल कौर समेत जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

जल जीवन मिशन योजना का मॉडल देखा

राज्यपाल ने जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल योजना के मॉडल को सराहा। कार्यदाई संस्था के काम की तारीफ कर कहा कि देश भर में यहां अच्छा काम होने पर पुरस्कार भी मिल चुका है। डीएम अभिषेक आनंद व एडीएम (नमामि गंगे) सुनंदू सुधाकरण से कहा कि प्रत्येक गांव में जल जीवन मिशन के तहत जो कार्य कराए जा रहे हैं, उसके संचालन के लिए जिम्मेदारी अवश्य तय करें, जिससे लोगों को पानी मिलता रहे। डीएम ने राज्यपाल को एक जिला, एक उत्पाद के तहत लकड़ी के बने भगवान गणेश की मूर्ति को स्मृतिचिह्न के रूप में भेंट किया।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ