Banda News : कोचिंग संस्थानों में कक्षा दसवीं तक (16 वर्ष से कम आयु) के छात्र-छात्राएं नजर नहीं आएंगे। डीआईओएस ने इनके लिए कोचिंग प्रतिबंधित कर दिया है। मानकों की अनदेखी कर संचालित कोचिंग सेंटरों पर शिकंजा कसने के लिए चार नोडल अधिकारियों की अगुवाई में टीमें गठित की हैं। यह टीमें 15 दिन में डीआईओएस को रिपोर्ट देंगी।
राजकीय हाईस्कूल गुमाई प्रधानाचार्य शिवेंद्र प्रताप सिंह व राजकीय हाईस्कूल पौहार के सहायक अध्यापक महेश्वरी प्रसाद अतर्रा,नरैनी व महुआ ब्लाक के कोचिंग सेंटरों के मानकों की जांच करेंगे। उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों से निर्धारित प्रारूप पर कोचिंग सेंटर का नाम, पंजीकरण की स्थिति, कोचिंग चला रहे सरकारी शिक्षक का नाम संस्थान तथा कोचिंग सेंटरों में अग्निशमन, पानी, बिजली, शौचालय, बच्चों के बैठने की व्यवस्था आदि की जानकारी देंगे।
उन्होंने कहा है कि विद्यालय अवधि के पहले व बाद नोडल अधिकारी अपने क्षेत्र के संचालित कोचिंग सेंटरों की जांच करेंगे। 15 दिन में निर्धारित प्रारूप पर आख्या देंगे। इसके बाद वह खुद क्रॉस चेकिंग करेंगे। उन्होंने कहा है कि 16 वर्ष से कम आयु व कक्षा दसवीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए कोचिंग प्रतिबंधित है। सेंटरों में यदि इस उम्र के बच्चे पढ़ते मिले तो कोचिंग संचालकों पर कार्रवाई की जाएगी।
साभार : अमर उजाला
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