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Tikamgarh : दूषित पानी पीने से एक बच्चे की मौत और दर्जनों हुए बीमार, स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची

Tikamgarh News : मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में दूषित पानी पीने से एक बच्चे की मौत हो गई है। वहीं, गांव के 35 लोग जिसमें बच्चे और महिलाएं शामिल है बीमार हो गए है। कुंए का पानी पीने के बाद गांव के लोग बीमार हो गए थे। मौके पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्कूल को हेल्थ कैंप बनाकर इलाज शुरू कर दिया है।


एमपी के टीकमगढ़ जिले के नगारा गांव में दूषित पानी पीने से एक बच्चे की मौत हो गई है। वहीं,18 बच्चे 12 महिलाएं और पांच पुरुष बीमार हो गए हैं। इनमें से 7 को टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय रेफर किया गया है। सभी बीमार को उल्टी दस्त की शिकायत थी। इसके साथ ही हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम भी गांव में पहुंची हुई है।

दरअसल, टीकमगढ़ जिले की ग्राम पंचायत दरी के अंतर्गत आने वाले नगारा गांव में मंगलवार की सुबह दूषित पानी पीने से 35 लोग बीमार हो गए हैं। जिसमें महिलाएं पुरुष और बच्चे शामिल हैं। इसमें एक 5 साल के बच्चे की मौत हो गई है। सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची है। उसने स्कूल को अस्थाई अस्पताल के रूप में परिवर्तित करके बीमार लोगों को इलाज दे रहे हैं। वहीं, 7 लोगों की हालत गंभीर होने पर टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय रेफर किया गया है।

गांव में पहुंच कर टीम कर रही बीमारों का इलाज

जिले के जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर पी के माहोर ने बताया कि सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची है। जहां पर बीमार लोगों को इलाज दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सभी लोगों में दूषित पानी पीने से उल्टी दस्त की शिकायत हुई थी। इसमें एक बच्चे की झांसी मेडिकल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। उसकी पहचान राजेंद्र (5साल) के रूप में हुई। इसके साथ ही बीमार बच्चों की संख्या 18 है। जिनकी उम्र 5 वर्ष से लेकर 11 वर्ष के बीच है। वहीं, 12 महिलाएं और पांच पुरुष गंभीर रूप से बीमार है। माहोर ने बताया कि सात लोगों को इलाज के लिए टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय भेजा गया है। जबकि बाकी लोगों का इलाज गांव में किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार नजर रख रही है।

कुआं का दूषित पानी पीने से हुए बीमार

टीकमगढ़ जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर पी के माहौर ने बताया कि हरिजन बस्ती में दो कुएं हैं। एक का पानी खारा है और एक कुएं का पानी मीठा है। उन्होंने बताया कि जिस कुएं का पानी मीठा है उसका ग्रामीण उपयोग करते हैं। इन लोगों ने उसे पानी को पिया जिस कारण से वह पानी दूषित था। इस वजह से इन लोगों को उल्टी दस्त की शिकायत हुई है। उन्होंने कहा कि दोनों कुएं के सैंपल लिए जा रहे हैं और जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। उन्होंने कहा कि गांव में अब स्थिति नियंत्रण में है।

साभार : नवभारत टाइम्स 


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