Banda News - जल जीवन मिशन की हर घर नल से जल योजना में कार्यदायी संस्था की लापरवाही से कई गांवों में दलदल हैं। इससे ग्रामीण परेशान हैं। अमर उजाला ने ग्रामीणों की समस्या को प्रमुखता से छापा तो डीएम ने खबर का संज्ञान लेकर अफसरों की खबर ली। अब अफसर गांव-गांव लीकेज ढूंढ रहे हैं।
जल जीवन मिशन की हर घर नल से जल योजना का काम कार्यदायी संस्था एलएंडटी व एनसीसी करा रही हैं। कई गांवों में पाइप लाइन बिछाने के लिए गड्ढे खोदे गए, लेकिन पाइप लाइन डालने के बाद उन्हें खुला छोड़ दिया गया या फिर पक्का नहीं किया गया। बारिश में मिट्टी ने दलदल का रूप ले लिया। पाइप लाइनों में लीकेज ने दलदल को और भी अधिक बदतर बना दिया है।
आलम यह है कि आवागमन तक प्रभावित है। आए दिन कीचड़ में फिसलकर लोग चुटहिल हो रहे हैं। दलदल में ईंट-पत्थर रखकर निकल रहे हैं। पिछले माह पाइप लाइन डालने के बाद नालियों को खुला छोड़ने पर तत्कालीन जिलाधिकारी के आदेश पर कार्यदायी संस्था एलएंडटी के तीन अधिकारियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इससे भी कार्यदायी संस्था के अधिकारी नहीं चेते।
सोमवार को अमर उजाला के ‘नलों में पानी आया नहीं, दलदल बन गए गांव’ शीर्षक विभिन्न गांवों की खबर प्रकाशित की थी। डीएम ने खबर का संज्ञान लेते हुए जल निगम (ग्रामीण) के अधिशासी अभियंता को खुली पाइप लाइनों के गड्ढों को भरने और अभियान चलाकर पाइपलाइनों के लीकेज ठीक कराने के निर्देश दिए।
इस पर कार्यदायी संस्था एलएंडटी व एनसीसी के अधिकारी गांव-गांव में खुदी पाइप लाइन के गड्ढों और लीकेज ढूंढने में लग गए हैं।
कई जगह मिले लीकेज, ठीक कराने का आश्वासन
खबर छपने के बाद सोमवार को कार्यदायी संस्था के जेई विपुल यादव खप्टिहाकलां पहुंचे। गांव का भ्रमण कर लीकेज तलाशे। पंचायत भवन के पास संतोष सैनी के दरवाजे, लक्ष्मी गुप्ता के दरवाजे, सरस्वती शिशु मंदिर के सामने लीकेज मिला। जेई ने इन्हें तत्काल ठीक कराने का आश्वासन दिया। गांव के प्रभाकर शुक्ला, दिवाकर शुक्ला, उदय दीक्षत, दिनेश तिवारी, महेंद्र सिंह ने बताया कि पाइप लाइनों के लीकेज से पूरा गांव परेशान है।
डीएम के आदेश पर भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है। जहां कहीं भी लीकेज मिल रहे हैं, उन्हें ठीक कराया जा रहा है। -सुरेश गुप्ता, जेई।
साभार - अमर उजाला
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