Banner

Fig Farming: बुंदेलखंड की जमीन पर पहली बार अंजीर के लहलहाए पेड़, जानिए कैसे 40 साल तक करें मोटी कमा

Hamirpur - हमीरपुर जिले में पहली बार अंजीर की खेती की तरफ किसानों ने रुख किया है। परम्परागत खेती के साथ अंजीर की खेती के लिए एक किसान ने 25 एकड़ जमीन भी फाइनल कर दी है। एक बार इसके पौधे लगाने के बाद लगातार चालीस सालों तक अंजीर की फसल से लाखों रुपये का मुनाफा मिलेगा।

                   


पंकज मिश्रा, हमीरपुरः उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड की जमी पर अब किसानों ने अंजीर की बागवानी पर दांव लगाया है। कम लागत में मोटी मुनाफा देने वाली अंजीर की पैदावार से किसानों की आने वाले समय में तकदीर बदलेगी। हमीरपुर में ही इसकी बागवानी पच्चीस एकड़ जमीन पर की गई है। इस समय अंजीर के पेड़ भी काफी बड़े हो गए है।

बुंदेलखंड के हमीरपुर जिले में परम्परागत खेती में किसानों को दैवीय आपदा के कारण बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है। हर साल कुदरत का कहर बरपने से किसानों को खरीफ और रबी की फसलों में तगड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। किसानों ने परम्परागत खेती के साथ अब पिछले कुछ सालों से बागवानी और मेडिसिन की खेती शुरू की जिससे परम्परागत खेती में होने वाले नुकसान की भरपाई हो सके। कम लागत में कई गुना मुनाफा देने वाली फसलों को खेतों में उगाने के लिए यहां के किसान हर साल प्लान बनाते है। इस बार जिले में 25 एकड़ क्षेत्रफल में अंजीर की खेती शुरू करने के लिए किसानों ने तैयारी शुरू कर दी है।

किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए पिछले कई सालों से जमीन पर काम कर रहे बीकेडीएसएस एफपीओ के संचालक डाँ.देव सिंह ने बताया कि अंजीर की खेती से बुन्देलखंड के किसानों की तकदीर ही बदल जाएगी। ये बांधुर बुजुर्ग गांव में पहली मर्तबा 25 एकड़ भूमि पर अंजीर की खेती करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए बिहार राज्य के मुजफ्फरनगर से बीज मंगवाकर यहां इसकी बोआई कराएंगे। इसके अलावा आसपास के गांवों में भी किसानों ने अंजीर की खेती करने का मन बनाया है। बता दे कि हमीरपुर के अलावा बुंदेलखंड के महोबा, चित्रकूट और आसपास के इलाकों में भी किसानों ने अंजीर की बागवानी शुरू की है।

साभार : Nav Bharat Times 


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ