Mahoba News - महोबा कजली मेले में कॉमेडियन हप्पू सिंह का जलवा:अपने कॉमिक अंदाज से दर्शकों को खूब हंसाया, बुंदेलखंड अलग राज्य की मांग भी की
महोबा के ऐतिहासिक कजली मेले के तीसरे दिन टीवी के मशहूर हास्य कलाकार हप्पू सिंह, जिन्हें योगेश त्रिपाठी के नाम से जाना जाता है, ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। हजारों की भीड़ ने उनके प्रदर्शन का भरपूर आनंद लिया। वहीं उन्होंने मंच स
महोबा में चल रहे ऐतिहासिक कजली मेले के तीसरे दिन टीवी के बड़े सितारे और &TV के प्रसिद्ध शो "भाभी जी घर पर हैं" के हास्य कलाकार दरोगा हप्पू सिंह, यानि योगेश त्रिपाठी ने महोबा की धरती पर कदम रखा। उन्हें देखने के लिए दर्शकों का सैलाब उमड़ पड़ा और कीरत सागर तट पर आयोजित इस कार्यक्रम में हजारों की भीड़ ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
अपने मजेदार डायलॉग और हास्य से भरे अंदाज के लिए मशहूर हप्पू सिंह ने मंच पर अपने साथी कलाकारों के साथ शानदार नाटक का मंचन किया। उनके खास बुंदेलखंडी अंदाज ने दर्शकों को हंसी से लोटपोट कर दिया। बीच-बीच में उन्होंने अपने प्रसिद्ध शो "भाभी जी घर पर हैं" और "हप्पू की उल्टन पलटन" के डायलॉग्स भी सुनाए, जिससे लोग खुशी से झूम उठे।
योगेश त्रिपाठी, जो कि मूलतः हमीरपुर जिले के राठ कस्बे के निवासी हैं, ने बताया कि बुंदेलखंडी भाषा की बदौलत ही वो आज इस मुकाम तक पहुंचे हैं। उन्होंने कहा, "जिस भाषा को बोलने में लोग शर्म महसूस करते थे, उसी भाषा ने मुझे टीवी की दुनिया का बड़ा सितारा बना दिया।"
मंच से उन्होंने बुंदेलखंड अलग राज्य की पुरानी मांग को भी दोहराया। उन्होंने पूर्व सांसद गंगा चरण राजपूत की इस मुहिम का समर्थन करते हुए दर्शकों से भी इसमें सक्रिय भागीदारी की अपील की। उनके दरोगा हप्पू सिंह वाले अंदाज में केंद्र सरकार से की गई यह मांग दर्शकों को खूब भायी। उन्होंने कहा, "हम जो कह रहे दादा जिके भी हाथ में हो ससुर बुंदेलखंड राज्य बना दो, नहीं तो गुर्दे छील देंगे।"
पत्रकारों से बातचीत में भी योगेश त्रिपाठी ने स्पष्ट किया कि वो दिल से चाहते हैं कि बुंदेलखंड राज्य बने। उन्होंने कहा, "शूटिंग की व्यस्तता के चलते समय नहीं दे पाता, लेकिन बुंदेलखंड राज्य बहुत अहम है। यहां के लोगों में गजब का टैलेंट है, जो बुंदेलखंड राज्य बनने के बाद सामने आएगा और उन्हें उचित मौके मिलेंगे।"
महोबा में योगेश त्रिपाठी की इस प्रस्तुति ने जहां मेले की रौनक बढ़ाई, वहीं उनकी बुंदेलखंड राज्य की मांग ने स्थानीय लोगों के दिलों को छू लिया। कजली मेले का यह दिन, हप्पू सिंह की मजेदार हरकतों और गंभीर मांगों के साथ, यादगार बन गया।
साभार - दैनिक भास्कर
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