झांसी : साहित्य की धरती बुंदेलखंड के सबसे बड़े साहित्य महोत्सव के रुप में मशहूर बुंदेलखंड लिटरेचर फेस्टिवल का आग़ाज झांसी में हो चुका है। झांसी किले की तलहटी में बने शहीद जनरल बिपिन रावत पार्क में इस फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। 3 दिन तक चलने वाले इस फेस्टिवल में देश भर के साहित्यकार, सिनेमा जगत से जुड़े लोग और लोक कलाकार शमिल होंगे। यहां कई विषयों पर चर्चा भी होगी।
बुंदेलखंड लिटरेचर फेस्टिवल का उद्घाटन झांसी के मंडलायुक्त बिमल कुमार दुबे और बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. मुकेश पांडेय ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिमल कुमार दुबे ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से साहित्य को बढ़ावा मिलता है। युवाओं को यहां बहुत कुछ सीखने को मिलता है। 3 दिनों तक विभिन्न क्षेत्रों के जो लोग आयेंगे उनके अनुभव से लोग सीख लेंगे। इसके साथ ही देश भर से आने वाले लोग भी बुंदेलखंड की परंपरा को पहचानेंगे। उनका बुंदेली संस्कृति और इतिहास से परिचय होगा।
बुंदेली कलाकारों को मिलेगा नया मंच
फेस्टिवल के आयोजक प्रताप ने बताया कि कार्यक्रम में लोक कला और परंपरा से संबंधित कार्यक्रम भी होंगे हर शाम राई, आल्हा गायन जैसे कार्यक्रम होंगे। इसके साथ ही युवा कवियों और साहित्यकारों को मंच देने के लिए ओपन माइक का आयोजन भी इस फेस्टिवल में किया जाएगा। साथ ही एक मंच ग्रामीण शैली में भी तैयार किया जाएगा। इस फेस्टिवल में उन लोगों को भी आमंत्रित किया जायेगा जो बुंदेली भाषा में न्यूज़ पोर्टल या रेडियो चैनल चला रहे हैं। इस लिटरेचर फेस्टिवल का एकमात्र उद्देश्य बुंदेलखंड और उसके साहित्य को नई पहचान दिलाना है।
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