बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाने की मांग लंबे समय से उठती रही है. अब इस मांग को बीजेपी विधायकों को उठाना भारी पड़ गया है. दरअसल, बीजेपी विधायक विधानसभा सत्र में बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाने की मांग करने वाले थे, इससे पहले इसकी भनक सीएम योगी को लग गई. सीएम योगी ने बारी-बारी से बीजेपी विधायकों को बुलाकर फटकार लगाई. सीएम योगी ने बीजेपी विधायकों को अपनी बात सार्वजनिक रूप से कहने की बजाय उचित मंच पर रखने की नसीहत भी दी.
बीजेपी विधायकों ने बैठक कर उठाई थी मांग
यह पूरा घटनाक्रम विधानसभा की लॉबी तक ही सीमित रहा. विधानसभा की लॉबी में बुंदेलखंड क्षेत्र से आने वाले सभी बीजेपी विधायक एकत्रित हुए. इस दौरान विधायकों ने बुंदेलखंड के विकास के लिए अलग राज्य बनाने की मांग को सदन में उठाने पर राजी हुए. तब तक इसकी भनक सीएम योगी को लग गई. सीएम योगी ने बारी-बारी से सभी विधायकों के बुलाया और फटकारा. उन्होंने कहा कि अपनी मांग को सार्वजनिक रूप से नहीं बल्कि उचित मंच पर उठाएं.
बुंदेलखंड से आते हैं बीजेपी के ये विधायक
बता दें कि बुंदेलखंड से पांच विधायक आते हैं. इनमें झांसी के विधायक रवि शर्मा, गरौठा के विधायक जवाहर राजपूत, महोबा विधायक राकेश गोस्वामी, विनोद चतुर्वेदी, ब्रजभूषण राजपूत शामिल हैं. बता दें कि बुंदलेखंड की आबादी साल 2011 की जनगणना के मुताबिक 97 लाख थी. बुंदेलखंड में 7 जिले चित्रकूट, बांदा, झांसी, जालौन, हमीरपुर, महोबा और ललितपुर शामिल हैं. बुंदेलखंड का क्षेत्रफल करीब 70 हजार वर्ग किलोमीटर है.
पश्चिमी यूपी को भी अलग करने की मांग उठ चुकी है
बुंदेलखंड के अलावा पश्चिमी यूपी को भी अलग करने की मांग कई बार उठ चुकी है. पूर्व बीजेपी सांसद संजीव बालियान भी पश्चिमी यूपी को अलग करने की मांग कर चुके हैं. उन्होंने कहा था कि जनसुविधाओं और वेस्ट यूपी के विकास की जरूरत को लेकर वेस्ट यूपी को अलग राज्य बनाना चाहिए.
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