कजलिया पर्व रक्षाबंधन के दूसरे दिन मनाया जाने वाला एक पारंपरिक उत्सव है, जो विशेष रूप से बुंदेलखंड और मालवा क्षेत्रों में प्रसिद्ध है। इस दिन महिलाएँ खेतों में बोई गई फसलों की हरियाली के बीच कजलिया बनाकर नदी या तालाब में विसर्जित करती हैं। यह पर्व प्रकृति प्रेम और समृद्धि की कामना का प्रतीक है।
अधिक जानकारी के लिए विज़िट करें: Bundelkhand24x7
0 टिप्पणियाँ