झांसी: उत्तर प्रदेश का बुंदेलखंड क्षेत्र को सूखा प्रभावित इलाका माना जाता है. गर्मियों में यहां पानी के लिए हाहाकार मच जाता है. लोगों को बूंद-बूंद पानी के लिए संघर्ष करना पड़ता है. लेकिन इस समय झांसी के कई गांवों में एक अनोखी स्थिति देखने को मिल रही है. यहां बिना हैंडपंप चलाए नल से खुद ही पानी आ रहा है. बाहर से यहां आने वाले लोग यह नजारा देख हैरान रह जा रहे हैं. यह कोई चमत्कार नहीं, बल्कि इसके पीछे की हकीकत कुछ और है.
झांसी के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों ने बताया कि यह कोई नई बात नहीं है. हर साल बरसात के मौसम में ऐसा होता है, जब हैंडपंप से बिना मेहनत किए पानी बहने लगता है. स्थानीय निवासी बताते हैं कि मानसून के दौरान जब बारिश होती है, तो इलाके का जलस्तर (वाटर लेवल) काफी ऊपर आ जाता है, जिससे ट्यूबवेल और हैंडपंपों में अत्यधिक दबाव बनने लगता है. परिणामस्वरूप पानी स्वतः ऊपर आकर निकलने लगता है.
विशेषज्ञों के अनुसार, यह घटना एक्विफर यानी जलधाराओं के भरने के कारण होती है. जब जमीन के नीचे मौजूद जल भंडारण पूरी तरह भर जाते हैं, तो पानी का दबाव सतह की ओर बढ़ता है और हैंडपंप जैसे स्रोतों से पानी अपने आप निकलने लगता है.
जहां एक ओर यह दृश्य बुंदेलखंड की जल समस्या से परेशान लोगों के लिए राहत की बात है, वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि इस जल संसाधन का सतत उपयोग और संरक्षण जरूरी है, ताकि आने वाले सूखे समय में भी इसका लाभ उठाया जा सके.
यह स्थिति यह भी संकेत देती है कि यदि जल संचयन और भूजल रिचार्ज की योजनाएं सही से लागू की जाएं, तो बुंदेलखंड जैसे क्षेत्र में भी जल संकट को काफी हद तक कम किया जा सकता है.
साभार : न्यूज़ 18
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