ललितपुर। अमावस्या तिथि पर सुम्मेरा तालाब के घाटों पर दीपदान कर श्रद्धालुओं ने पितृ दीपावली का आयोजन किया। सोलह दिनों तक चले पितृ पक्ष की पूर्णाहुति के अवसर पर घाटों पर दीप प्रज्वलित किए गए और पितरों को स्मरण कर तर्पण व आरती की गई।
पितृ पक्ष की शुरुआत पूर्णिमा से हुई थी, जिसमें लोगों ने 16 दिनों तक अपने पूर्वजों की सेवा, स्मरण और तिथियों के अनुसार पूजन-अर्चन किया। इन दिनों में जलाशयों और तालाबों में तर्पण कर भोज एवं अन्य धार्मिक आयोजन किए गए। अमावस्या के दिन इस सेवा का समापन दीपदान और पितृ दीपावली मनाकर किया गया।
सुम्मेरा तालाब के घाटों पर इस अवसर पर भक्तों की भीड़ रही। घाटों पर परंपरा के अनुसार पितरों के नाम पांच घी के दीपक प्रज्वलित कर आरती की गई। तालाब किनारे दीपों की पंक्तियों से वातावरण आलोकित हो उठा।
आयोजन के तहत गंगा आरती, वैदिक मंत्रोच्चारण और संत-महंतों की अगुवाई में धार्मिक अनुष्ठान संपन्न हुए। इससे पहले तालाब परिसर में गजेंद्र मोक्ष कथा और विष्णु सहस्त्रनाम पाठ भी हुआ। कार्यक्रम के समापन पर प्रसाद वितरण किया गया।
सुम्मेरा तालाब पर हुई यह पितृ दीपावली लोगों की आस्था और पूर्वजों के प्रति सम्मान का प्रतीक बनी।
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