झांसी। चक्रवाती तूफान मोंथा का असर बृहस्पतिवार को भी झांसी में देखने को मिला। तड़के से शुरू हुई बूंदाबांदी आठ घंटे तक जारी रही। चार दिनों में दूसरी बार करीब 50 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। लगातार वर्षा से वातावरण में ठंडक घुल गई और तापमान में गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग ने शुक्रवार सुबह तक बारिश जारी रहने के आसार जताए हैं।
सड़कों पर सन्नाटा, कई इलाकों में जलभराव
सुबह साढ़े छह बजे से शुरू हुई झमाझम बारिश दोपहर ढाई बजे तक रुक-रुक कर चलती रही। कभी तेज तो कभी हल्की फुहारों ने शहर को भिगोए रखा। बारिश के चलते सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। बहुत जरूरी काम होने पर ही लोग छाता या रेनकोट लेकर बाहर निकले।
आवास विकास, सीपरी बाजार, कच्चा पुल, पुलिस लाइन, ग्वालियर रोड और बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के पास कई जगहों पर जलभराव हो गया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। तेज हवा चलने से कई स्थानों पर पेड़ों की डालियां भी टूटकर गिर पड़ीं।
1969 के बाद पहली बार अक्टूबर में इतना कम पारा
दिनभर बादल छाए रहने से सूरज की झलक तक नहीं मिली। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, गुरुवार को झांसी का अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ, जो सामान्य से 10 डिग्री कम है। यह 1969 के बाद अक्टूबर में दर्ज हुआ सबसे कम अधिकतम तापमान है।
मौसम विभाग के अनुसार, न्यूनतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस रहा। शुक्रवार सुबह तक हल्की वर्षा जारी रहने की संभावना जताई गई है।
बारिश से धुला प्रदूषण, झांसी की हवा हिल स्टेशन जैसी
लगातार वर्षा के चलते झांसी की वायु गुणवत्ता में भी उल्लेखनीय सुधार दर्ज हुआ। गुरुवार को शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 20 पर आ गया, जो तमिलनाडु के हिल स्टेशन ऊटी (AQI 19) के बराबर रहा। कुछ दिन पहले झांसी का एक्यूआई 100 के पार चला गया था, लेकिन बारिश ने प्रदूषण पूरी तरह धो दिया।
स्कूल खुले, पर विद्यार्थी रहे अनुपस्थित
भारी बारिश के बावजूद ज्यादातर स्कूल खुले रहे, लेकिन सुबह सात बजे से पहले ही शुरू हुई तेज बारिश के कारण कई बच्चे स्कूल नहीं पहुंचे। अभिभावकों ने भी सुरक्षा के मद्देनज़र बच्चों को घर पर ही रोक लिया।

 
 
 
 
 
 
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