Lalitpur: छूट का दायरा बढ़ने से खुलेगी उद्योगों की राह, 50 नए उद्यम हुए शामिल

ललितपुर जिले के उद्यमियों के लिए राहत की खबर है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने श्वेत श्रेणी (White Category) के उद्योगों का दायरा 36 से बढ़ाकर 86 कर दिया है। इस कदम से अब अधिक उद्यमों को बिना जटिल प्रक्रियाओं के स्थापित किया जा सकेगा। मंत्रालय ने नई अधिसूचना जारी करते हुए स्पष्ट किया है कि इस श्रेणी के उद्योगों को अब जल और वायु प्रदूषण नियंत्रण कानूनों के तहत अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) लेने की आवश्यकता नहीं होगी।

आसान होगा नए उद्योगों की स्थापना

मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, अब श्वेत श्रेणी के अंतर्गत आने वाले उद्योग राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से सहमति लिए बिना अपनी यूनिटें शुरू कर सकेंगे। इसका सीधा फायदा छोटे और मध्यम स्तर के उद्यमियों को मिलेगा। नियमों में ढील मिलने से उद्योग लगाने की प्रक्रिया तेज और सरल हो जाएगी।

50 नए उद्योगों को मिला स्थान

संशोधित सूची में 50 नए उद्यम जोड़े गए हैं। इनमें साबुन निर्माण, चाक निर्माण, डीजल पंप मरम्मत, फर्नीचर और स्टील फर्नीचर निर्माण, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, मेडिकल ऑक्सीजन उत्पादन, हथकरघा, जूट उत्पाद निर्माण, चमड़े के जूते, जैविक खाद, पाउडर दूध पैकिंग, डिजिटल थर्मामीटर निर्माण, वस्त्र उद्योग, कृषि उत्पाद प्रसंस्करण, बेकरी, मवेशी आहार, सीमेंट उत्पाद, तांबे-एल्यूमिनियम तार, धागा और सूतली निर्माण, पेंट-वार्निश मिश्रण और छोटे रेस्तरां व होटल शामिल हैं।

जिले के लघु उद्योगों को मिलेगा लाभ

ललितपुर में पहले से कृषि आधारित व्यवसायों का बड़ा नेटवर्क है। यहां उड़द, मूंग, मसूर, मटर और चना जैसी दालों का प्रसंस्करण प्रमुख उद्योग है। अब नई नीति से दाल मिलों और अन्य छोटे उद्यमों की स्थापना में आसानी होगी। वर्तमान में जिले में एक दर्जन से अधिक मिलें कार्यरत हैं, और यह संख्या बढ़ने की संभावना है।

स्थानीय उद्यमियों के लिए नया अवसर

केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के इस निर्णय से जिले के लघु एवं सूक्ष्म उद्यमियों को सीधा लाभ मिलेगा। उद्योग स्थापित करने के लिए अब उन्हें प्रदूषण नियंत्रण से संबंधित एनओसी नहीं लेनी होगी, जिससे समय और धन दोनों की बचत होगी।

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