ललितपुर जिले के सौजना, बार, डोंगराखुर्द और आसपास के कई गांवों में नेटवर्क न होने से लोग भारी परेशानी झेल रहे हैं। सरकारी योजनाओं और सेवाओं के लिए जहां ऑनलाइन आवेदन जरूरी है, वहीं नेटवर्क न मिलने से ग्रामीणों को प्रमाणपत्र, राशन कार्ड, खतौनी, आय और जाति प्रमाणपत्र जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए भटकना पड़ रहा है।
ग्राम पंचायत भवनों में संचालित सामुदायिक सुविधा केंद्र भी नेटवर्क न होने के कारण बेअसर साबित हो रहे हैं। कई बार आवेदन अधूरे रह जाते हैं या घंटों बाद अपलोड हो पाते हैं।
विद्यार्थी और उपभोक्ता दोनों परेशान
महरौनी, नैकोरा, मैनवार, अगौड़ी, बंजरया, नवागढ़, भदौरा और सड़कौरा जैसे इलाकों में नेटवर्क न मिलने से विद्यार्थी अपनी ऑनलाइन कक्षाएं नहीं कर पा रहे। इसी तरह डोंगराखुर्द, पटना और दिगवार जैसे गांवों में तो सितंबर से ही नेटवर्क गायब है, जिससे सभी आवश्यक सेवाएं ठप पड़ी हैं। बार, पाली और मड़ावरा क्षेत्र में भी यही हाल है।
ललितपुर के गांवों में नेटवर्क की समस्या सिर्फ मोबाइल सुविधा की नहीं, बल्कि विकास की रफ्तार से जुड़ी है। डिजिटल इंडिया के युग में जब हर काम ऑनलाइन है, तब नेटवर्क की ये समस्या ग्रामीणों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है।
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