सोमवार की रात जिले में हुई जोरदार बारिश ने न सिर्फ शहर और गांवों में मौसम को बदल दिया, बल्कि सजनाम, जमड़ार और जामनी बांधों में पानी की आवक भी अचानक बढ़ा दी। बारिश के कारण नदी-नालों में पानी तेजी से बहने लगा और ये बांधों तक पहुँच गया।
सिंचाई विभाग ने बांधों का जलस्तर लगातार मॉनिटर किया और पाया कि जलस्तर सामान्य सीमा के ऊपर पहुंच रहा है। सुरक्षा और पानी के संतुलन के लिए विभाग ने आवश्यक कदम उठाते हुए बांधों के गेट खोलकर अतिरिक्त पानी छोड़ा। इससे निचले इलाकों में पानी की मात्रा नियंत्रित हुई और अचानक बाढ़ जैसी स्थिति से बचाव हुआ।
बांधों से पानी छोड़े जाने से पहले निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट जारी किया गया और उनसे नदी किनारे न जाने की हिदायत दी गई। प्रशासन और सिंचाई विभाग ने भी फील्ड में टीम तैनात की, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता मिल सके।
बारिश ने किसानों और स्थानीय लोगों के लिए राहत तो दी, लेकिन इसके साथ ही गहरी सावधानी बरतने की भी जरूरत पैदा कर दी। विभाग ने कहा कि बांधों की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और मौसम के अनुसार जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
जलस्तर नियंत्रण में आने के बाद गेट बंद कर दिए गए हैं। फिलहाल हालात स्थिर हैं, और अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने और नदी किनारे अनावश्यक रूप से जाने से बचने की अपील की है। स्थानीय प्रशासन लगातार निगरानी कर रहा है ताकि बारिश के बाद किसी भी तरह की समस्या न हो।
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