जिले में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए हुई बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों ने युवाओं के लिए चल रही उद्यमिता योजनाओं की समीक्षा की और बताया कि जिन आवेदनों पर कार्रवाई लंबित है, उन्हें जल्द निपटाया जाएगा।
इससे नए उद्यमियों को समय पर आर्थिक सहायता और प्रोत्साहन मिल सकेगा। इसके साथ ही जिला स्तर पर संचालित योजनाओं में अधिक उद्योगों को जोड़ने पर जोर दिया गया। उद्यमी संगठनों से नए प्रस्ताव जुटाने की तैयारी भी शुरू हो गई है, ताकि आगे होने वाले निवेश कार्यक्रमों में जिले की भागीदारी बढ़ सके।
औद्योगिक क्षेत्र में सुविधाओं को लेकर सख्त निर्देश
भूरागढ़ औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े उद्यमियों ने पानी और सफाई जैसी मूलभूत सुविधाओं को लेकर अपनी समस्याएं बताई। इस पर अधिकारियों ने संबंधित विभागों को जल्द कार्रवाई करने के निर्देश दिए। क्षेत्र की साफ-सफाई, सड़कों और नालियों की मरम्मत की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और कर्मचारियों को तैनात किया जा चुका है। उद्योगों के संचालन को सुचारु बनाने के लिए रिक्त भूमि पर कॉम्प्लेक्स और व्यापारिक सुविधाएं विकसित करने की तैयारी भी की जा रही है। इससे क्षेत्र में व्यावसायिक गतिविधियों को और गति मिलेगी।
बिजली आपूर्ति को मिलेगा नया दिशा
भूरागढ़ औद्योगिक क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या बिजली की बताई गई। बार-बार होने वाली ट्रिपिंग से उद्योग प्रभावित हो रहे थे। इस पर अधिकारियों ने क्षेत्र के लिए अलग बिजली फीडर बनाने के निर्देश दिए हैं, ताकि उद्योगों को बाधित हुए बिना बिजली मिल सके। साथ ही आसपास की आबादी को मिल रही आपूर्ति को भी औद्योगिक लाइन से अलग करने की योजना बनाई जा रही है। इससे दोनों क्षेत्रों को स्थिर और सुचारु बिजली आपूर्ति मिल सकेगी।
भूखंडों का आवंटन अब होगा पारदर्शी
औद्योगिक क्षेत्र में मौजूद खाली भूखंडों के आवंटन की प्रक्रिया अब डिजिटल माध्यम से की जाएगी। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और इच्छुक उद्यमियों को जमीन प्राप्त करने में आसानी होगी। इसके अलावा शहर के प्रमुख मार्गों पर वेडिंग जोन बनाए जाने की तैयारी भी शुरू कर दी गई है, जिससे शादियों और आयोजनों के लिए बेहतर स्थान उपलब्ध हो सकें।

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