Chitrakoot में दिव्यांगजन शिविर में छाई मुस्कान, सहायक उपकरण पाकर खिल उठे चेहरे

चित्रकूट। जिले में दिव्यांगजन और वृद्धजनों के लिए आयोजित सहायक उपकरण वितरण शिविर ने कई परिवारों के जीवन में नई रोशनी भर दी। शिविर में जरूरतमंदों को अलग-अलग तरह के सहायक उपकरण सौंपे गए, जिससे उनके दैनिक जीवन को आसान बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी सक्रिय भागीदारी निभाते हुए जांच और दवाओं की सुविधा उपलब्ध कराई।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों से शुरू हुआ आयोजन

शिविर की शुरुआत छात्राओं द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना और स्वागत गीत से हुई। मंच पर प्रस्तुत नृत्य और गीतों ने माहौल को ऊर्जा से भर दिया। कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने बुजुर्गों और जरूरतमंदों की सेवा को सर्वोच्च जिम्मेदारी बताते हुए समाज को संवेदनशील बनने का संदेश दिया। मंच पर प्रस्तुत एक स्वरचित गीत ने समाज में बदलते व्यवहार पर सोचने को मजबूर किया और सभी ने इसे सराहा।

जरूरतमंदों को मिला सहारा

शिविर के दौरान दिव्यांगजन और वृद्धजनों के लिए कई तरह के सहायक उपकरण प्रदान किए गए। इनमें चलने-फिरने में सहायक व्हीलचेयर, सहारा देने वाली स्टिक, सुनने में मदद करती मशीनें और शरीर को स्थिर रखने वाले पट्टे शामिल रहे। इन उपकरणों के मिलने से लोगों के चेहरे पर राहत और खुशी साफ दिखाई दे रही थी। शिविर में यह भी बताया गया कि सरकार द्वारा ये सभी उपकरण निशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं, ताकि किसी भी जरूरतमंद पर आर्थिक बोझ न पड़े।

ग्रामीण क्षेत्रों में हुई जागरूकता

शिविर आयोजित करने से पहले गांव-गांव जाकर लोगों को जानकारी दी गई और आवेदन करवाए गए। कई ऐसे लोग, जो जानकारी के अभाव में इन सुविधाओं से वंचित रह जाते थे, पहली बार इस तरह की व्यवस्था से जुड़े। आयोजनकर्ताओं ने बताया कि आगे भी इसी तरह के प्रयास जारी रखकर अधिक से अधिक जरूरतमंदों तक सहायता पहुँचाई जाएगी।

चित्रकूट में आयोजित यह शिविर न सिर्फ सहायक उपकरण वितरण का कार्यक्रम था, बल्कि उन चेहरों पर मुस्कान लौटाने का प्रयास भी था जो लंबे समय से सहारे की प्रतीक्षा कर रहे थे।


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