ललितपुर की मिट्टी में उगने वाली देसी मूंगफली अपनी खास मिठास और खुशबू के कारण अब देशभर में पहचान बना रही है। स्थानीय बाजार में आने वाली मूंगफली की बड़ी खेप लगातार कई राज्यों की ओर भेजी जा रही है। इसके साथ ही विदेशों में भी इसका स्वाद लोकप्रिय हो रहा है।
स्थानीय मंडी परिसर में किसानों की ताज़ा उपज आते ही विभिन्न राज्यों के कारोबारी इसे खरीदने पहुंच जाते हैं। स्वाद और गुणवत्ता की वजह से यह मूंगफली घरेलू रसोई से लेकर बड़े खाद्य उद्योगों तक पसंद की जा रही है।
विदेशी बाजार में भी बढ़ी चमक
यहां की देसी मूंगफली की सबसे ज़्यादा पूछ विदेशों में है। खासकर वहां के खाद्य उत्पादों और स्नैक इंडस्ट्री में ललितपुर की मूंगफली को अलग पहचान मिली है। स्वाद और कुरकुरेपन ने इसे अंतरराष्ट्रीय उपभोक्ताओं की पसंद बना दिया है। स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि इस साल विदेशी मांग में और तेजी आई है। मंडी में पहुंचने वाली बड़ी मात्रा के कारण इस बार जिले से बाहर भेजी जाने वाली मूंगफली की मात्रा बीते सालों के मुकाबले काफी अधिक होने की उम्मीद है। इससे किसानों और व्यापारियों दोनों में उत्साह है।
देश के कई राज्यों में पहुंच रही खेप
ललितपुर मंडी में रोजाना मूंगफली की बड़ी मात्रा में आमद होती है। यहां से यह खेप विभिन्न राज्यों में भेजी जाती है, जहां इसकी मिठास और गुणवत्ता को लेकर विशेष मांग रहती है। खास बात यह है कि इलाके की मिट्टी में उगने वाली यह किस्म अपने आप में खास मानी जाती है। इसे भूनकर खाया जाए या किसी पकवान में मिलाया जाए, इसका स्वाद और सुगंध दोनों ही अलग पहचान बनाते हैं।
उत्पादन बढ़ा, किसानों में उत्साह
इस बार किसानों ने बीते वर्षों की तुलना में कहीं ज्यादा भूमि पर मूंगफली की फसल बोई है। उत्पादन बढ़ने से बाजारों में आवक भी अधिक हो रही है। किसानों का मानना है कि जिले की विशेष मिट्टी और अनुकूल मौसम इस फसल को एक अलग स्वाद देता है, जिससे इसकी मांग हर साल बढ़ती जा रही है। उत्पादन बढ़ने का यह असर अब निर्यात पर भी दिख रहा है। उम्मीद की जा रही है कि इस बार जिले की मूंगफली बड़ी मात्रा में विदेशों तक पहुंचेगी और वहां के बाजार में अपनी पहचान और मजबूत करेगी।

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